केंद्र सरकार ने साबित किया कि उसकी लड़ाई देश की जनता से है: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्र द्वारा ‘खुला बाजार बिक्री योजना’ (ओएमएसएस) के तहत केंद्रीय पूल से राज्य सरकारों को चावल और गेहूं की बिक्री रोक लगाए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि इस सरकार ने साबित कर दिया कि उसकी लड़ाई विपक्ष से नहीं, बल्कि देश की जनता से है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार समाज के सबसे गरीब तबकों को नुकसान पहुंचा रही है.

उन्होंने ट्वीट किया, ”क्या कर्नाटक चुनाव में भाजपा अध्यक्ष नड्डा जी की उस टिप्पणी का मतलब यही था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा को वोट नहीं दिया तो लोगों को मोदी जी का ‘आशीर्वाद’ नहीं मिलेगा?” उन्होंने आरोप लगाया, ”एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) को ओएमएसएस के तहत केंद्रीय पूल से राज्य सरकारों को चावल और गेहूं की बिक्री रोक लगाने के लिए मजबूर करके मोदी सरकार समाज के सबसे गरीब तबकों के नुकसान पहुंचा रही है.”

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ”एक बार फिर मोदी सरकार जनहित की योजनाओं को रोकने की कोशिश कर रही है. मोदी सरकार ऐसा बार-बार करती है. जहां भी विपक्ष की सरकारें हैं, वहां की जन सरोकार की योजनाओं को अटकाने का काम किया जाता है.”

उसने दावा किया, ”न्याय, पुरानी पेंशन योजना और अब ‘अन्न भाग्य’ जैसी योजनाओं में अवरोध बन कर मोदी सरकार ने यह साबित कर दिया है कि लड़ाई कांग्रेस या विपक्ष से नहीं देश की जनता से है. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ‘अन्न भाग्य योजना’ के तहत लोगों को मुफ्त अनाज देने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन मोदी सरकार नहीं चाहती कि लोगों को राहत मिले. यही कारण है कि इस योजना को रोकने के लिए साजिश रची जा रही है.”

कांग्रेस ने सवाल किया कि मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए कि वो कर्नाटक के लोगों के खिलाफ क्यों है? उल्लेखनीय है कि केंद्र ने ‘खुला बाजार बिक्री योजना’ (ओएमएसएस) के तहत केंद्रीय पूल से राज्य सरकारों को चावल और गेहूं की बिक्री रोक दी है. इस कदम से गरीबों को मुफ्त अनाज देने वाले कर्नाटक सहित कुछ राज्यों पर असर पड़ेगा. हालांकि कर्नाटक सरकार को इस फैसले से पहले ही अवगत करा दिया गया है जिसने जुलाई के लिए बिना ई-नीलामी के ओएमएसएस के तहत अपनी योजना के लिए 3,400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 13,819 टन चावल मांगा था.

सरकार की नाकामियों के चलते एलएसी पर पूर्व की यथास्थिति अब नहीं है: कांग्रेस

कांग्रेस ने लद्दाख के गलवान में तीन साल पहले चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए भारतीय जवानों को बृहस्पतिवार को श्रद्धांजलि दी और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की नाकामियों के चलते वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पूर्व की यथास्थिति अब नहीं है.

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, ”तीन साल पहले गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले 20 वीर जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि.” उन्होंने दावा किया, ”मोदी सरकार की नाकामियों के चलते एलएसी पर इन तीन वर्षों में पूर्व की यथास्थिति अब नहीं है. हम 65 में से 26 पेट्रोलिंग पॉइंट पर अपना अधिकार खो चुके हैं. हमने संसद में यह मुद्दा कई बार उठाने की कोशिश की, पर मोदी सरकार देशवासियों को अंधेरे में रखना चाहती है.”

खरगे ने आरोप लगाया, ”गलवान पर मोदी जी की ‘क्लीन चिट’ की वजह से चीन अपने नापाक. इरादों में सफ.ल होता दिख रहा है. यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की अखंडता पर गहरा आघात है.” उन्होंने कटाक्ष किया, ”मोदी सरकार की ‘लाल आंख’ धुंधली पड़ गई है, जिस पर उसने चीनी चश्मा पहन रखा है !” खरगे ने कहा, ”विपक्ष में हमारा काम है, देश को चीनी विस्तारवादी नीति के ख.लिाफ. एकजुट रखना और मोदी सरकार के चीनी चश्मे उतार फेंकना !”

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”गलवान घाटी के संघर्ष में शहीद हुए हमारे सभी वीर जवानों को उनके शहादत दिवस पर शत शत नमन. देश की सीमा की रक्षा के लिए उनका सर्वोच्च बलिदान भारत सदैव याद रखेगा.” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा, “देश की रक्षा करते हुए गलवान घाटी में शहीद हुए सभी वीर जवानों को नमन. हम वीर जवानों की शहादत कभी नहीं भूलेंगे और इस सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनके ऋणी रहेंगे.”

भाजपा का नारा है ‘बेटी डराओ-बृजभूषण बचाओ’ : कांग्रेस
कांग्रेस ने, भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निर्वतमान प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ एक नाबालिग पहलवान द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के मामले को रद्द करने के दिल्ली पुलिस के अनुरोध के बाद बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी का नया नारा ‘बेटी डराओ-बृजभूषण बचाओ’ है.

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ” पॉक्सो के तहत मामले की शिकायत पर आरोपी को तुरंत हिरासत में लिया जाता है. लेकिन बृजभूषण शरण सिंह मीडिया में इंटरव्यू देकर मेडल को 15 रुपये का बताता है, रैलियों में शक्ति प्रदर्शन करता है. उससे दिल्ली पुलिस 45 दिन तक पूछताछ तक नहीं करती और उच्चतम न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद प्राथमिक दर्ज होती है. ” उन्होंने कहा, ”खेल मंत्री को कैसे पता चला कि 15 तारीख तक आरोपपत्र दायर हो जाएगा? आरोप पत्र दिल्ली पुलिस ने तैयार किया या भाजपा कार्यालय में इसे तैयार किया गया.”

सुप्रिया ने दावा किया, ”एक नाबालिग लड़की बृजभूषण शरण सिंह जैसे बड़े आदमी के खिलाफ पॉक्सो के तहत शिकायत दर्ज करती है, यौन शोषण का आरोप लगाती है. इसके बाद सारा तंत्र, पुलिस, सरकार के मंत्री और सांसद मिलकर उस लड़की के खिलाफ खड़े हो जाते हैं और बृजभूषण शरण सिंह को संरक्षण दिया जाता है.” उन्होंने आरोप लगाया, ”आज भारतीय जनता पार्टी का नारा है- ‘बेटी डराओ-बृजभूषण बचाओ.”

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