कश्मीर की वादियों में ऐसा विकास होगा कि लोग स्विटज़रलैंड जाना भूल जाएंगे: प्रधानमंत्री मोदी

अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर के विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा था: प्रधानमंत्री

जम्मू. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना जम्मू-कश्मीर के व्यापक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रहा है और उनकी सरकार घाटी को एक ऐसे पर्यटन स्थल में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है जो स्विट्जरलैंड को टक्कर दे सके.

यहां मौलाना आजाद स्टेडियम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लिए 32,000 करोड़ रुपये से अधिक और देश के अन्य हिस्सों के लिए 13,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की. उन्होंने क्षेत्र में जी20 के आयोजन के बाद खड़ी के देशों में जम्मू-कश्मीर में निवेश को लेकर आई ‘सकारात्मकता’ को रेखांकित किया और कहा कि पूरी दुनिया यहां की सुंदरता, परंपरा और संस्कृति से बहुत प्रभावित हुई है.

मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को ‘परिवारवाद’ की राजनीति से मुक्ति मिल रही है और यह पूर्ववर्ती प्रदेश आज विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने डेागरी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, ”एक वो दिन भी थे, जब जम्मू-कश्मीर से सिर्फ निराशा की खबरें आती थीं. बम, बंदूक, अपहरण, अलगाव… ऐसी ही बातें जम्मू-कश्मीर का दुर्भाग्य बना दी गई थीं. लेकिन आज जम्मू-कश्मीर विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.” अपने 30 मिनट के भाषण के दौरान मोदी ने हिंसा और अलगाववाद से प्रभावित जम्मू-कश्मीर के उथल-पुथल भरे अतीत को याद किया और सौहार्दपूर्ण एवं समृद्ध जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रहे मौजूदा बदलाव की सराहना की तथा इसका श्रेय संतुलित विकास पहलों को दिया.

बारिश के बावजूद हजारों स्थानीय लोगों ने रैली में भाग लिया. अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू क्षेत्र का यह मोदी का दूसरा दौरा था. इससे पहले उन्होंने अप्रैल 2022 में सांबा जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया था.
मोदी ने विकसित जम्मू-कश्मीर के लिए अपनी दृष्टि को साझा करते हुए कहा, ”हमने जम्मू कश्मीर के विकसित होने का संकल्प लिया है और मुझे पूरा भरोसा है कि हम इसको और विकसित बनाएंगे तथा अगले कुछ साल में आपके सभी सपनों को पूरा करेंगे… हम कश्मीर में ऐसी अवसंरचना तैयार करेंगे कि लोग स्विट्जरलैंड जाना भूल जाएंगे.” प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के युवाओं की नई भावना की सराहना की और उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में बदलावों को रेखांकित किया तथा खाड़ी देशों से निवेश के संबंध में अपनी उम्मीदें भी साझा की.

श्रीनगर में जी20 सम्मेलन के आयोजन के बाद इस पूर्ववर्ती राज्य को लेकर बढ़ती वैश्विक रुचि का उल्लेख करते हुए मोदी ने माता वैष्णो देवी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटन में वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ”आज जब दुनिया, जम्मू-कश्मीर में जी20 का आयोजन होते देखती है तो इसकी गूंज बहुत दूर तक पहुंचती है. पूरी दुनिया यहां की सुंदरता, परंपरा, संस्कृति और आप सभी के स्वागत से बहुत प्रभावित हुई है. आज हर कोई जम्मू-कश्मीर आने के लिए तत्पर है.”

उन्होंने कहा, ”पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आए, जो एक रिकॉर्ड है. अमरनाथ जी और श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा हो गई है.” मोदी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 को पूर्ववर्ती राज्य के विकास की राह में सबसे बड़ी दीवार करार दिया और कहा कि भाजपा ने उस दीवार को गिरा दिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि इसे समाप्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर ने सभी इलाकों और सभी क्षेत्रों में संतुलित विकास देखा है.

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पहली बार जम्मू-कश्मीर में लोगों के दरवाजे पर पहुंची है. उन्होंने कहा, ”यह मोदी का गारंटी है और यह जारी रहेगा.” प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर बहुत दशकों तक परिवारवाद की राजनीति का शिकार रहा है और परिवारवाद की राजनीति करने वालों ने हमेशा सिर्फ अपना स्वार्थ देखा, जनता के हितों की चिंता नहीं की.

उन्होंने कहा, ”परिवारवाद की राजनीति का सबसे ज्यादा अगर कोई नुकसान उठाता है, तो हमारे युवा उठाते हैं. जो सरकारें सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने में जुटी रहती हैं, वो सरकारें अपने राज्य के दूसरे युवाओं का भविष्य ताक पर रख देती हैं.” उन्होंने कहा कि ऐसी परिवारवादी सरकारें युवाओं के लिए योजनाएं बनाने पर भी प्राथमिकता नहीं देती. उन्होंने कहा, ”सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचने वाले लोग कभी आपके परिवार की चिंता नहीं करेंगे. मुझे खुशी है कि जम्मू-कश्मीर को इस परिवार राजनीति से मुक्ति मिल रही है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ‘विकसित जम्मू-कश्मीर’ का संकल्प लिया है.

उन्होंने कहा, ”विकसित भारत का मतलब है विकसित जम्मू-कश्मीर.” उन्होंने कहा, ”मुझे आप पर विश्वास है कि हम विकसित जम्मू-कश्मीर बनाकर रहेंगे. 70-70 साल से अधूरे आपके सपने आने वाले कुछ ही वर्षों में मोदी पूरे करके देगा.” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान में जिस सामाजिक न्याय का भरोसा दिया गया है, वह भरोसा पहली बार जम्मू-कश्मीर के सामान्य जन को भी मिला है.

उन्होंने कहा, ”हमारे शरणार्थी परिवार हों, वाल्मीकि समुदाय हो, सफाई कर्मचारी हों, उनको लोकतांत्रिक हक मिला है. अब जम्मू-कश्मीर का कोई भी इलाका पीछे नहीं रहेगा, सब मिलकर आगे बढ़ेंगे. यहां जो लोग दशकों तक अभाव में जी रहे थे, उन्हें भी आज सरकार के होने का एहसास हुआ है.” नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के लिए नई रेल परियोजनाएं शुरू करने पर प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्रालय को बधाई दी. श्रीनगर से लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने कहा, ”यह रेल मंत्रालय और प्रधानमंत्री मोदी का एक बड़ा कदम है और हम इस पहल का स्वागत करते हैं. हम उन्हें यह उपलब्धि हासिल करने के लिए बधाई देते हैं.”

अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर के विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा था: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 पूर्ववर्ती राज्य के विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा था. मोदी ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर ने सभी इलाकों और सभी क्षेत्रों में संतुलित विकास देखा है जो अब एक केंद्रशासित प्रदेश है.

जम्मू-कश्मीर के लिए 32,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं और देश के अन्य हिस्सों के लिए 13,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत करने के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पहली बार जम्मू-कश्मीर में लोगों के दरवाजे पर पहुंची है.

उन्होंने कहा, ”यह मोदी का गारंटी है और यह जारी रहेगा.” प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर में सर्वांगीण विकास लाने में मुख्य बाधा था जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने निरस्त कर दिया. मोदी ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को ‘परिवारवाद’ की राजनीति से मुक्ति मिल रही है और यह पूर्ववर्ती प्रदेश आज विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा, ”एक वो दिन भी थे, जब जम्मू-कश्मीर से सिर्फ निराशा की खबरें आती थीं. बम, बंदूक, अपहरण, अलगाव… ऐसी ही बातें जम्मू-कश्मीर का दुर्भाग्य बना दी गई थीं. लेकिन आज जम्मू-कश्मीर विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर बहुत दशकों तक परिवारवाद की राजनीति का शिकार रहा है और परिवारवाद की राजनीति करने वालों ने हमेशा सिर्फ अपना स्वार्थ देखा, जनता के हितों की चिंता नहीं की.

उन्होंने कहा, ”परिवारवाद की राजनीति का सबसे ज्यादा अगर कोई नुकसान उठाता है, तो हमारे युवा उठाते हैं. जो सरकारें सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने में जुटी रहती हैं, वो सरकारें अपने राज्य के दूसरे युवाओं का भविष्य ताक पर रख देती हैं.” उन्होंने कहा कि ऐसी परिवारवादी सरकारें युवाओं के लिए योजनाएं बनाने पर भी प्राथमिकता नहीं देती. उन्होंने कहा, ”सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचने वाले लोग कभी आपके परिवार की चिंता नहीं करेंगे. मुझे खुशी है कि जम्मू-कश्मीर को इस परिवार राजनीति से मुक्ति मिल रही है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ‘विकसित जम्मू-कश्मीर’ का संकल्प लिया है.

उन्होंने कहा, ”विकसित भारत का मतलब है विकसित जम्मू-कश्मीर.” उन्होंने कहा, ”मुझे आप पर विश्वास है कि हम विकसित जम्मू-कश्मीर बनाकर रहेंगे. 70-70 साल से अधूरे आपके सपने आने वाले कुछ ही वर्षों में मोदी पूरे करके देगा.” जम्मू-कश्मीर में जी20 के सफल आयोजन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब यहां ऐसे आयोजन होते हैं तो इसकी गूंज बहुत दूर तक पहुंचती है.
उन्होंने कहा, ”पूरी दुनिया, जम्मू-कश्मीर की सुंदरता, यहां की परंपरा-संस्कृति और आप सभी के स्वागत से बहुत प्रभावित हुई है. आज हर कोई जम्मू-कश्मीर आने के लिए तत्पर है.”

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान में जिस सामाजिक न्याय का भरोसा दिया गया है, वह भरोसा पहली बार जम्मू-कश्मीर के सामान्य जन को भी मिला है. उन्होंने कहा, ”हमारे शरणार्थी परिवार हों, वाल्मिकी समुदाय हो, सफाई कर्मचारी हों, उनको लोकतांत्रिक हक मिला है. अब जम्मू-कश्मीर का कोई भी इलाका पीछे नहीं रहेगा, सब मिलकर आगे बढ़ेंगे. यहां जो लोग दशकों तक अभाव में जी रहे थे, उन्हें भी आज सरकार के होने का एहसास हुआ है.”

वह दिन दूर नहीं, जब कश्मीर रेल मार्ग से कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह दिन दूर नहीं जब कश्मीर रेल मार्ग से कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा. उन्होंने उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना के नवनिर्मित 48.1 किलोमीटर लंबे हिस्से का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही.

प्रधानमंत्री ने यहां एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न विकास कार्य एक साथ हो रहे हैं जबकि अतीत में शेष भारत में तो काम होते थे लेकिन इसका लाभ या तो जम्मू-कश्मीर के लोगों को नहीं मिलता था या बहुत देर से उपलब्ध कराया जाता था.

मोदी ने कहा, ”आज देशभर में नये हवाई अड्डे बनाये जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर भी पीछे नहीं है. आज जम्मू हवाई अड्डे के विस्तार का काम शुरू हो गया है. बारामूला और संगलदान के बीच (48.1 किलोमीटर) खंड के चालू होने के साथ ही कश्मीर को कन्याकुमारी से रेल मार्ग से जोड़ने का सपना भी आज आगे बढ. गया है.” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”वह दिन दूर नहीं जब लोग कश्मीर से ट्रेन पकड़कर पूरे देश में यात्रा कर सकेंगे.” प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए अनुच्छेद 370 के बारे में एक आगामी फिल्म का भी उल्लेख किया.

मोदी ने कहा, ”मैंने सुना है कि शायद इस सप्ताह अनुच्छेद 370 पर एक फिल्म रिलीज होने वाली है. मुझे लगता है कि आपकी ‘जय जयकार’ पूरे देश में सुनाई देगी.” उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं पता कि फिल्म किस बारे में है लेकिन कल मैंने टीवी पर सुना कि अनुच्छेद 370 पर एक फिल्म आ रही है. अच्छा है, यह लोगों को सही जानकारी देने में उपयोगी साबित होगी.” फिल्म ”आर्टिकल 370” का निर्माण आदित्य धर द्वारा किया गया है. धर ”उरी: द र्सिजकल स्ट्राइक” के निर्देशन के लिए प्रसिद्ध हैं, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था.

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