टीएमसी ने महुआ के परिसरों पर छापेमारी को ‘प्रतिशोध की राजनीति’ बताया, भाजपा का पलटवार

नयी दिल्ली/कोलकाता तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कथित रूप से धन लेकर सवाल पूछने के मामले में पार्टी नेता महुआ मोइत्रा के परिसरों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी को ”प्रतिशोध की राजनीति” बताया है. अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने शनिवार को मामले में कोलकाता सहित कई स्थानों पर टीएमसी की पूर्व सांसद मोइत्रा के परिसरों में तलाशी ली.

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की टीम शनिवार तड़के कोलकाता और अन्य शहरों में महुआ के ठिकानों पर पहुंची और छापेमारी की प्रक्रिया की जानकारी देकर कार्रवाई शुरू की. टीएमसी के वरिष्ठ नेता शांतनु सेन ने कहा, ”यह विभिन्न ज्वलंत मुद्दों से जनता और मीडिया का ध्यान भटकाने का हथकंडा है. ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा बढ.ते जन असंतोष को महसूस कर रही है और वे विमर्श को बदलने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. यह प्रतिशोध की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण है.”

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. सेन ने कहा, ”आदर्श आचार संहिता लागू होने के बीच भाजपा अपनी सबसे भरोसेमंद सहयोगियों-सीबीआई और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय)को हमारे उम्मीदवारों पर छापा मारने के लिए भेज रही है. निर्वाचन आयोग को इस पर गौर करना चाहिए.”

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ”जब भी ईडी या सीबीआई टीएमसी नेताओं पर छापा मारती है, तो वे इसे राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाते हैं.” उन्होंने कहा, ”मोइत्रा ने जो कुछ भी किया वह लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है. वास्तविकता यह है कि टीएमसी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, पार्टी का लगभग हर नेता भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहा है.”

संसदीय समिति द्वारा धन लेकर सवाल पूछने के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद मोइत्रा को पिछले साल लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. मोइत्रा ने कहा था कि संसद में उनकी आवाज दबाने के लिए प्रतिशोध की राजनीति के तहत उन्हें निष्कासित किया गया.

सीबीआई ने तृणमूल की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के परिसरों की तलाशी ली : अधिकारी
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित तौर पर पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में शनिवार को कोलकाता समेत विभिन्न स्थानों पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा के परिसरों की तलाशी ली. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई की एक टीम शनिवार तड़के कोलकाता और पश्चिम बंगाल में नदिया जिले के कृष्णानगर स्थित मोइत्रा के अपार्टमेंट में तलाशी ली. वह कृष्णानगर लोकसभा सीट से सांसद थीं.

केंद्रीय बलों की एक बड़ी टीम के साथ सीबीआई अधिकारियों ने शहर के दक्षिणी हिस्से के अलीपुर इलाके में एक अपार्टमेंट पर छापा मारा, जहां मोइत्रा के पिता दीपेंद्र लाल मोइत्रा कई वर्षों से रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि कृष्णानगर में मोइत्रा द्वारा इस्तेमाल किए गए एक अन्य अपार्टमेंट में भी तलाशी ली जा रही है. शनिवार तड़के शुरू हुई छापेमारी खबर लिखे जाने तक जारी थी.

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने लोकपाल के निर्देश पर बृहस्पतिवार को मोइत्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. लोकपाल ने एजेंसी को छह महीने में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है. मोइत्रा को ‘अनैतिक आचरण’ के लिए दिसंबर में लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. पूर्व सांसद ने अपने निष्कासन को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है और वह लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार के तौर पर फिर से मैदान में उतरेंगी.

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