यमुना नदी में घट रहा है जलस्तर, प्रभावित इलाकों में स्थिति में सुधार: दिल्ली मंडलायुक्त

नयी दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर घट रहा है और शहर में या ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में अभी भारी बारिश के आसार नहीं हैं। मंडलायुक्त अश्वनी कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के बाढग़्रस्त इलाकों में भी हालात में सुधार हो रहा है। दिल्ली के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद यमुना में जलस्तर खतरे के निशान के पार चला गया जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए और निचले इलाकों में रह रहे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा।

कुमार ने कहा, ‘‘यमुना में जलस्तर घट रहा है और हमें दिल्ली तथा ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में अभी भारी बारिश का अनुमान नहीं है। प्रभावित इलाकों में भी हालात में सुधार आ रहा है।’’ उन्होंने शहर में बाढ़ की स्थिति पर काबू पाने के लिए ‘‘अथक रूप से’’ काम कर रहे अधिकारियों पर निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा निशाना साधे जाने पर भी नाखुशी जाहिर की।

कुमार ने कहा कि अधिकारियों पर निराधार आरोप नहीं लगाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह अधिकारियों का ध्यान भंग करता है।’’ यमुना में तीन दिन तक जलस्तर लगातार बढ़ने के बाद शुक्रवार से इसमें कमी आनी शुरू हुई। शनिवार को सुबह 10 बजे तक जलस्तर कम होकर 207.43 मीटर पर पहुंचा जबकि बृहस्पतिवार रात आठ बजे यमुना का जल स्तर 208.66 मीटर था।

बहरहाल, यमुना अब भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से दो मीटर ऊपर बह रही है। इससे पहले, जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दावा किया था कि मंडलायुक्त समेत दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी नाला संख्या 12 में एक क्षतिग्रस्त जल रेगुलेटर को ठीक करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से मदद मांगने के लिए उनकी कॉल तथा संदेशों का जवाब नहीं दे रहे हैं। इस रेगुलेटर के टूटने के कारण शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय, राजघाट तथा आईटीओ समेत मध्य दिल्ली के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई थी।

इसके जवाब में कुमार ने कहा कि एनडीआरएफ को बचाव तथा पुनर्वास कार्य में विशेषज्ञता हासिल है तथा उसने रेगुलेटर की मरम्मत के लिए ंिसचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के संसाधानों की मदद लेने की सिफारिश की थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह जानना चाहिए कि कौन-सा विभाग क्या काम करता है, वरना हम कैसे काम करा सकते हैं।’’

दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखा तथा कहा कि राहत शिविरों में पेयजल एवं शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी ंिचताजनक है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि मंडलायुक्त उनके फोन का जवाब नहीं दे रहे हैं। बहरहाल, कुमार ने कहा कि वह आतिशी के फोन का जवाब दे रहे थे। उन्होंने आतिशी के व्यवहार को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए कहा कि यह राजनीति से प्रेरित है।

दिल्ली में जल आपूर्ति की स्थिति पर कुमार ने कहा कि ओखला जलशोधन संयंत्र शनिवार को पूरी क्षमता के साथ काम करेगा जो अभी 50 फीसदी की क्षमता के साथ काम कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वजीराबाद और चंद्रावल जलशोधन संयंत्र भी रविवार तक काम करना शुरू कर देंगे।

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