वर्ल्ड सिटीज समिट : केजरीवाल ने मोदी से अपने सिंगापुर दौरे को जल्द मंजूरी देने की मांग की

नयी दिल्ली. सिंगापुर के अपने प्रस्तावित दौरे के लिए केंद्र सरकार की अनुमति मिलने में देरी से नाराज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि वह पिछले एक महीने से अधिक समय से मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री से उनके सिंगापुर दौरे को अनुमति देने की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इससे वह वर्ल्ड सिटी समिट में हिस्सा लेकर अपने विचार जाहिर कर सकेंगे और देश का मान बढ़ेगा.

सिंगापुर के उच्चायुक्त समाइन वॉन्ग ने जून में केजरीवाल को अगस्त के पहले हफ्ते में आयोजित होने वाले वर्ल्ड सिटीज समिट-2022 में आमंत्रित किया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री से सम्मेलन के पहले दिन उसमें शामिल होने का आग्रह किया गया था.
मोदी के नाम हिंदी में लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा, ‘‘बड़े दुख के साथ मुझे यह बताना पड़ रहा है कि मुझे सिंगापुर जाने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है. मैंने लगभग पांच महीने पहले सात जून को सिंगापुर जाने की अनुमति मांगते हुए एक पत्र लिखा था, लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं मिला है. किसी राज्य के मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण सम्मेलन में शामिल होने से रोकना सही नहीं है.’’

पत्र में केजरीवाल ने इस बात को रेखांकित किया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल की तारीफ की थी और ‘उस दिन हर भारतीय को गर्व महसूस हुआ था.’ उन्होंने लिखा है कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून और नॉर्वे की प्रधानमंत्री रह चुकी ग्रो हार्लेम ब्रंटलैंड ने राष्ट्रीय राजधानी की मोहल्ला क्लीनिक का दौरा किया था.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘मोहल्ला क्लीनिक का दौरा करने के बाद उन्होंने पूरी दुनिया को ऐसा स्वास्थ्य मॉडल अपनाने की सलाह दी थी. यह भारत के लिए गर्व की बात है कि विश्व दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल से प्रभावित है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिंगापुर में दिल्ली मॉडल की झलक पेश करूंगा. मैं उन्हें शिक्षा प्रणाली, अस्पतालों, मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त बिजली योजना के बारे में बताऊंगा तो दुनिया के सबसे बड़े नेता मुझे सराहेंगे. उस समय हर भारतीय की छाती गर्व से चौड़ी हो जाएगी. मेरे सिंगापुर दौरे से देश का गौरव और मान बढ़ेगा.’’ पत्र में केजरीवाल ने लिखा कि उनके और प्रधानमंत्री के बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन दोनों को अपने मतभेदों को दरकिनार करते हुए देश के हितों को दुनिया के सामने रखना होगा.

उन्होंने कहा, ‘‘जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे और अमेरिका ने आपको वीजा देने से इनकार कर दिया था, तब पूरा देश आपके साथ खड़ा हुआ था और अमेरिका के कदम की निंदा की थी. आज जब आप एक मुख्यमंत्री को इतने महत्वपूर्ण मंच पर जाने से रोक रहे हैं तो यह देशहित के खिलाफ है.’’ सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने केजरीवाल के सिंगापुर दौरे से जुड़ी फाइल को अभी तक मंजूरी नहीं दी है.

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