डॉक्टर से ठगे 87 लाख रुपए, कंपनी का निदेशक गिरफ्तार

रायपुर. राज्य साइबर पुलिस थाना द्वारा ऑनलाइन ठगी के प्रकरणों को बड़ी सजगता के साथ विवेचना कर आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले कंपनी के डायरेक्टर को राज्य साइबर पुलिस थाना द्वारा गिरफ्तार किया गया है. ठगी की राशि 96 लाख रूपये जिन खातों में जमा की गई थी, उसे फ्रिज कराया गया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों द्वारा स्वयं को सिंगापुर की एक फाइनेंसर कंपनी का फाइनेंशियल एनालिस्ट बताकर व्हाट्सएप के माध्यम से दोस्ती की और उस कंपनी की एक शाखा भारत में होने की जानकारी दी. ट्रेडिंग अकाउंट खोलने का लिंक भेज कर रजिस्टर्ड कराया और इन्वेस्ट करने पर म्युचुअल फंड से ज्यादा राशि दिलाने का भरोसा दिलाया और 87 लाख रूपये की धोखाधड़ी की गई. ठगी का एहसास होने पर प्रार्थी ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाओं के समक्ष 26 अक्टूबर 2021 को शिकायत दर्ज कराया.

राज्य साइबर पुलिस थाना में धारा 420 सहित सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना के लिए लिए राज्य साइबर पुलिस थाना की टीम गठित की गई. जांच के लिए महाराष्ट्र एवं कर्नाटक टीम रवाना की गई. जांच में पाया गया कि क्रिएटिव टेक्नोलॉजी कंपनी के साथ ही अन्य कंपनी ठगी के उद्देश्य से खोली गई है. जो रजिस्टर आफ कंपनीज में कराई गई थी. मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स द्वारा पूर्व में उपरोक्त कंपनियों पर कार्रवाई हेतु रजिस्टार आफ कंपनी को निर्देशित किया गया था.

गिरफ्तार हुए कंपनी के डायरेक्टर मोहसीन एन ने बताया कि उसने अन्य साथियों के साथ मिलकर क्रिएटिव टेक्नोलॉजी एवं अन्य कंपनी को विदेशी नागरिक के साथ मिलकर रजिस्टर कराया था. कंपनी के निदेशक मोहसिन एन को पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया. धोखाधड़ी के लिए जिन बैंक अकाउंट का उपयोग किया गया था, उसे बैंक दस्तावेजों के आधार पर 96 लाख रुपये डेबिट सीज कराया गया है. विवेचना एवं गिरफ्तारी की कार्रवाई में पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक निशीथ अग्रवाल, उपनिरीक्षक अपारिजात सिंह सहित अन्य सदस्य भी शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि कि रायगढ़ के जिंदल अस्पताल में कार्यरत एक सर्जन ने पिछले वर्ष अक्टूर माह में पुलिस में शिकायत की थी कि आरोपी मोहसिन ने उससे व्हाटसएप के माध्यम से दोस्ती की और ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी की.

Back to top button