माकपा के आरोप के बाद ‘द केरल स्टोरी’ के निर्माता ने कहा, किसी राजनीतिक दल को जवाब नहीं देंगे

नयी दिल्ली. ‘ द केरल स्टोरी’ के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने मंगलवार को इन आरोपों को खारिज किया फिल्म का वित्तपोषण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने किया था और कहा कि फिल्मकार के तौर पर उनका किसी भी राजनीतिक दल के साथ ‘‘कुछ लेना देना नहीं है’’.

उन्होंने साथ में यह भी कहा कि फिल्म को देखे बिना इस पर टिप्पणी करना ‘अटकलबाजÞी’ है. सुदिप्तो सेन के निर्देशन वाली फिल्म को लेकर केरल में राजनीतिक विवाद हो गया है. फिल्म में कथित तौर व्यवस्थित रूप से धर्मांतरित की गईं और कट्टरपंथी बनाई गई हजारों निर्देष महिलाओं की सच्चाई को सामने लाने का दावा किया गया है.

केरल में सत्तारूढ़ भारतीय मार्क्सवादी पार्टी (माकपा) ने दावा किया है कि फिल्म ‘भाजपा प्रायोजित’ है और राज्य में लोगों को विभाजित करने और उनके बीच दुश्मनी पैदा करने के ‘संघ परिवार के एजेंडा’ का हिस्सा है. शाह ने पीटीआई-भाषा से फोन पर कहा, ‘‘ हमने किसी भी राजनीतिक दल को जवाब नहीं देने का फैसला किया है. हम फिल्मकार हैं और हमारा किसी भी राजनीतिक दल के रूख से कोई लेना-देना नहीं है. लिहाजÞा, अगर माकपा को बिना फिल्म देखे, विषय या फिल्म के बारे में किसी प्रकार की जानकारी के जो लगता है, वो उनकी राय है. मैं किसी राजनीतिक दल को जवाब नहीं दूंगा.’’ उन्होंने कहा कि विवाद लोगों की राय है जिन्होंने फिल्म नहीं देखी है.

शाह ने कहा, ‘‘ किसी सबूत के.. वे ये महसूस कर रहे हैं. बिना फिल्म देखे कुछ भी कहना अटकलबाजी है. इन तीन लड़कियों के बारे में मेरा सच नहीं बदलेगा जो बिल्कुल सच्ची कहानी है.’’ प्रोडक्शन कंपनी ‘सनशाइन पिक्चर्स’ के आधिकारिक यूट्यूब पेज पर साझा किए गए ट्रेलर के ताजा विवरण में कहा गया है कि ‘केरल स्टोरी’ ‘केरल के अलग अलग हिस्सों की तीन युवतियों की सच्ची कहानी का संकलन है.’’ माकपा के केरल राज्य सचिव एम वी गोंिवदन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि यह फिल्म भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का लोगों के दिमाग में जहर घोलने का प्रयास है.

प्रदेश भाजपा के प्रमुख के. सुरेंद्रन ने सोमवार को कोझिकोड में संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि केरल से इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकी संगठन में भर्ती से इनकार नहीं किया जा सकता है और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन सटीक आंकड़ों से अवगत हैं.
शाह ने कहा कि टीजÞर सामान्य तौर पर मुद्दे के बारे में बात करता है जबकि ट्रेलर और फिल्म ‘‘तीन लड़कियों की सच्ची कहानी’ पर है. हालांकि फिल्मकार ने कहा कि वह 32 हजार महिलाओं के धर्मांतरण संबंधी आकंड़ें पर कायम हैं.

उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। याचिका में दावा किया गया था कि यह ‘घृणित भाषण का सबसे खराब प्रकार’ और ‘दृश्य-श्रव्य दुष्प्रचार’ है.

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