वायु सेना देश के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम: राजनाथ सिंह
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायु सेना देश के दुश्मनों को उनकी सीमा में घुसकर ”करारा जवाब” देने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि सरकार ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप बल को सबसे उन्नत प्लेटफार्मों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है. सिंह ने यहां राष्ट्रीय समर स्मारक में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहिए ताकि सम्मान, गौरव और देश की सेवा की भावना के साथ जीवन जिया जा सके. भारतीय वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहों के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.
सिंह ने ‘वायु वीर विजेता’ कार रैली को प्रारंभ किया जिसे आठ अक्टूबर को लद्दाख के थोइस से रवाना किया जाएगा जो समुद्र तल से 3,068 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे ऊंचे वायु सेना स्टेशनों में से एक है. लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह रैली आठ अक्टूबर को वायु सेना की 92वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जाएगी.
सिंह ने कठिन परिस्थितियों में बहादुरी, समर्पण और देशभक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा करने वाले सैनिकों की भी प्रशंसा की.
रक्षा मंत्रालय ने उनके हवाले से एक विज्ञप्ति में कहा, ”भारतीय वायु सेना ने देश और उसके लोगों की रक्षा में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं. यह देश के दुश्मनों को उनके क्षेत्र में गहराई तक घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम भारतीय वायु सेना को सबसे उन्नत विमानों, हथियारों और साजोसामान से लैस करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के माध्यम से उन्हें और अधिक सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.” इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, पूर्व वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया (सेवानिवृत्त) और एवाई टिपनिस (सेवानिवृत्त) तथा भारतीय वायु सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
रक्षा मंत्री ने कहा कि रैली में भाग ले रहे वायु वीर एक साहसिक यात्रा पर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे छात्रों और वायु सेना के सदस्यों के बीच संवाद का अवसर बनेगा. सिंह ने कहा कि इस रैली का उद्देश्य लोगों में भारतीय वायु सेना के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताना तथा विभिन्न युद्धों और बचाव अभियानों में वायु वीरों की बहादुरी के बारे में जागरूकता बढ़ाना और युवाओं को मातृभूमि की सेवा के लिए आर्किषत करना है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि कार रैली के दौरान, वायु वीर विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं के साथ बातचीत करेंगे. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस दौरान उत्साही युवा सशस्त्र बलों में शामिल होने और गौरव और सम्मान का जीवन जीने के लिए प्रेरित होंगे. अधिकारियों ने बताया कि रैली के प्रतिभागी लेह, करगिल, श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, देहरादून, आगरा, लखनऊ, गोरखपुर, दरभंगा, बागडोगरा, हासिमआरा, गुवाहाटी, तेजपुर और दिरांग में रुकेंगे. रैली का समापन तवांग में 29 अक्टूबर को होगा.