इंटरनेट की लत का शिकार हुए बच्चों के सामने मौजूद खतरों को दर्शाती बंगाली फिल्म ‘हब्जी गब्जी’

कोलकाता. कोविड-19 महामारी के दौरान आॅनलाइन कक्षाओं के समय इंटरनेट की लत का शिकार हुए बच्चों के सामने आने वाले खतरों को दर्शाती एक बंगाली फिल्म ”हब्जी गब्जी” रिलीज होने वाली है. फिल्म के निर्देशक राज चक्रवर्ती ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते अभिभावकों को अपने छोटे -छोटे बच्चों तक को पढ़ाई के लिये मोबाइल फोन देना पड़ा. बच्चों की आॅनलाइन गतिविधियों की निगरानी करना उनके लिए हमेशा संभव नहीं था, जिसके चलते स्थिति और बदतर होती चली गई.

चक्रवर्ती की पत्नी और इस फिल्म की मुख्य अभिनेत्री सुभाश्री गांगुली ने रविवार को पत्रकारों से कहा, ”हमें फिल्म के बारे में तब विचार आया जब हमारे भरे-पूरे परिवार की सदस्य एक बच्ची के व्यवहार में कुछ वर्ष पहले अचानक बदलाव आने लगा. वह अपने आसपास के लोगों से कट गई और अकेली रहने लगी. वह हमेशा अपने मोबाइल से नेट के जरिये दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बने दोस्तों के साथ आॅनलाइन गेम खेलती रहती थी.”

उन्होंने कहा, ”बच्ची को समझाने और मनाने की हर कोशिश नाकाम हो गई थी.” चक्रवर्ती के साथ फिल्म के लिए शोध करने वाली सुभाश्री ने कहा कि उन्होंने संबंधित लेखों और समाचारों के अलावा नैदानिक ??व्यवहार मनोवैज्ञानिकों और बच्चों के अभिभावकों से बात की.

उन्होंने कहा, ”हमने सोचा एक बेटे के अभिभावक होने के नाते आज के समाज के सामने मौजूद यह सामयिक और महत्वपूर्ण मुद्दा हमारी फिल्म में आना चाहिए.” फिल्म एक सफल कामकाजी दंपत्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका जीवन अपने बच्चे की मोबाइल गेम की लत के कारण मुश्किलों में घिर जाता है. यह फिल्म तीन जून को रिलीज होगी.

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