भाजपा ने धनबल का इस्तेमाल कर मप्र में कांग्रेस सरकार गिराई थी : राहुल गांधी
जाति जनगणना क्रांतिकारी कदम, सत्ता में आने पर कांग्रेस यह करेगी : राहुल गांधी

बड़वानी/सतना. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने धनबल का इस्तेमाल कर मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिरा दिया था. वर्ष 2018 में विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार कई विधायकों के विद्रोह के बाद गिर गई थी.
बागी विधायक भाजपा में शामिल में हो गए, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया.
बड़वानी के राजपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”हमने पिछले विधानसभा चुनाव में कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था. हमने 25 लाख किसानों का कर्ज माफ किया लेकिन भाजपा और उनके बड़े उद्योगपति मित्रों ने विधायकों को पैसा देकर आपकी सरकार छीन ली.” भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ. दल आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहता है, जबकि सही शब्द आदिवासी या मूल निवासी है, जिसका उपयोग कांग्रेस करती है.
गांधी ने दावा किया कि जंगल सिकुड़ रहे हैं और 15 साल बाद भाजपा ‘वनवासियों’ को शहरों में जाकर भीख मांगने के लिए कहेगी.
सीधी मामले का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ”क्या आपने किसी भाजपा नेता को किसी जानवर पर पेशाब करते देखा है? लेकिन एक भाजपा नेता ने एक आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब किया, वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया. वे बेशर्म हैं. इस वीडियो में उनकी सोच छिपी हुई है.” गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस चाहती है कि आदिवासी समुदाय के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और उद्योगपति बनें, वहीं भाजपा उन्हें अंग्रेजी शिक्षा से दूर रखना चाहती है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नौकरियों का जिक्र करते हुए कहा, ”भाजपा नेता चाहते हैं कि उनके बेटे और बेटियां अंग्रेजी पढ.ें, लेकिन वे चाहते हैं कि आदिवासी इससे दूर रहें.” उन्होंने कहा कि मप्र में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी ताकि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की सही संख्या पता चल सके और उसके अनुसार लाभ दिया जा सके. मप्र में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ. में कांग्रेस सरकार की सराहना करते हुए, गांधी ने कहा कि वहां धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 3,200 रुपये प्रति क्विंटल है और मजदूरों को 10,000 रुपये कल्याणकारी योजना के तहत मिलते हैं. उन्होंने सभा में कहा, ”अगर किसानों और मजदूरों को पैसा मिलेगा, तो वे इसे गांवों और कस्बों में खर्च करेंगे. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. यह छत्तीसगढ. में किया गया है.” गांधी ने कहा कि सुशासन और ऐसे उपायों के कारण, छत्तीसगढ. में किसान आत्महत्या नहीं कर रहे हैं, जबकि वे भाजपा शासित मध्य प्रदेश में अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ. में बड़े उद्योगपति खुश नहीं हैं लेकिन किसान, युवा, मजदूर और छोटे व्यापारी खुश हैं. कांग्रेस नेता ने मप्र सरकार पर 50 प्रतिशत का ”कमीशन” लेने का आरोप लगाते हुए एक केंद्रीय मंत्री के बेटे के कथित वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें कई करोड़ रुपये के लेनदेन और बैंक खातों का उल्लेख है.
गांधी ने पूछा, ”(केंद्रीय मंत्री) नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र तोमर का रुपयों के लेनदेन वाला एक वीडियो सामने आया है, लेकिन क्या ईडी, सीबीआई या आयकर विभाग उनके दरवाजे तक पहुंचा है.” देवेंद्र तोमर ने दावा किया है कि वीडियो फर्जी है और उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
व्यापमं भर्ती घोटाले का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि भ्रष्टाचार के मामले में मप्र सरकार देश में शीर्ष पर है. गांधी ने दावा किया कि जहां भाजपा जातियों और धर्मों के बीच नफरत फैलाती है, वहीं वह ”मोहब्बत की दुकान” चलाते हैं, जो दलितों, ओबीसी और आदिवासियों सहित समाज के सभी वर्गों को न्याय दिलाना चाहता है.
गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने चार से पांच उद्योगपतियों के 14 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए हैं और बैंक आम नागरिक को ऋण देने से इनकार करते हैं लेकिन ”अडाणी और अन्य उद्योगपतियों” के लिए लाल कालीन बिछाते हैं. उन्होंने कहा, ”यह दो-तीन लोगों का हिंदुस्तान नहीं है. इसमें सभी की भागीदारी होनी चाहिए.” यह दावा करते हुए कि देश बड़े पैमाने पर बेरोजगारी से जूझ रहा है, गांधी ने कहा कि राज्यों और केंद्र में भाजपा सरकारें छोटी इकाइयों और व्यवसायों को बंद कर रही हैं, जो युवाओं को रोजगार प्रदान करते थे.
जाति जनगणना क्रांतिकारी कदम, सत्ता में आने पर कांग्रेस यह करेगी : राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है जो लोगों का जीवन बदल देगा और कांग्रेस के सत्ता में आने पर मध्य प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी इसे करवाया जाएगा. वह शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सतना में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की भी आलोचना की.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद सबसे पहला काम प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सही संख्या जानने के लिए जाति आधारित जनगणना कराने का होगा. उन्होंने कहा ”यह एक एक्स-रे की तरह है जो सभी (ओबीसी सहित सभी वर्गों की संख्या) वर्गों की स्थिति सामने लाएगा, जिसके अनुसार उनके कल्याण की नीतियां बनाई जाएंगी.” उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो वह राष्ट्रीय स्तर पर भी जाति आधारित जनगणना कराएगी. उन्होंने इस कवायद को लोगों के लिए एक ‘क्रांतिकारी और जीवन बदलने वाला’ कदम बताया.
गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा कहते थे कि वह ओबीसी हैं, लेकिन कांग्रेस द्वारा देश में जाति जनगणना कराने का मुद्दा उठाने के तुरंत बाद उन्होंने इस बारे में बात करना ही बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में राज्य को चलाने वाले 53 आईएएस अधिकारियों में से केवल एक ओबीसी से है. उन्होंने दावा किया कि इसका मतलब यह है कि यदि राज्य का कुल बजट 100 रुपये है तो ओबीसी अधिकारी का नियंत्रण केवल 33 पैसे अथवा 0.03 प्रतिशत पर है.
गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि कर्ज संबंधी कठिनाइयों के कारण पिछले 18 वर्ष में मध्य प्रदेश में करीब 18,000 किसानों ने आत्महत्या की है. उन्होंने बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने छोटे-मध्यम व्यवसायों और व्यापारियों पर हमला किया. गांधी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप देश में भारी बेरोजगारी की स्थिति पैदा हुई.
उन्होंने केंद्र की फसल बीमा योजना पर निशाना साधते हुए कहा कि इस योजना का पैसा लोगों की जेब से निकालकर 16 कंपनियों को दिया जा रहा है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि 16 बीमा कंपनियों में दलित, ओबीसी और आदिवासी समुदाय से कोई भी काम नहीं करता है.
गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि ओबीसी को उनकी सही आबादी का पता चले और अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह (गांधी) यह सुनिश्चित करेंगे कि जाति जनगणना कराई जाए. भाजपा पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनका सामना बड़ी संख्या में ऐसे युवाओं से हुआ जिनके पास डिग्री तो थी लेकिन नौकरी नहीं थी.
उन्होंने कहा कि यही इस राज्य और देश की सच्चाई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि युवा सक्षम हैं, उनमें ऊर्जा है और वे देश को मजबूत करना चाहते हैं लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है. गांधी ने कहा कि रोजगार वास्तव में बड़े उद्योगपति नहीं मुहैया कराते. उन्होंने कहा, छोटे और मध्यम स्तर के उद्योग और छोटे व्यवसाय रोजगार पैदा करते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, पहले ऐसी इकाइयां युवाओं को रोजगार मुहैया कराती थीं.
उन्होंने कहा, लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लाकर छोटे और मध्यम उद्योगों और छोटे व्यवसायों पर हमला किया. उन्होंने जीएसटी को छोटे और मझोले उद्योगों और छोटे कारोबारों को खत्म करने का हथियार बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि पहली बार किसानों को टैक्स देना पड़ रहा है क्योंकि ट्रैक्टर और अन्य उपकरण जीएसटी के तहत लाए गए हैं.
गांधी ने मध्य प्रदेश में भाजपा शासन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में 18 वर्षों में कर्ज के कारण 18,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने उन्हें उनकी फसलों का सही दाम नहीं दिया, इसलिए उन्हें कर्ज लेना पड़ा और अपनी जमीन बेचनी पड़ी.
उन्होंने कहा कि ओबीसी, पिछड़ा, किसान, सामान्य वर्ग के गरीब जीएसटी देते हैं और बैंक का पूरा पैसा तीन चार उद्योगपति को पकड़ा दिया जाता है… ‘अडाणी, अंबानी जैसे उद्योगपति.” उन्होंने कहा कि छोटे व्यवसाय, उद्योग, गरीब और किसान चिंतित हैं क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था का इंजन काम नहीं कर रहा है. गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़े उद्योगपतियों के साथ सांठगांठ करके कांग्रेस की मप्र सरकार छीन ली. उन्होंने कहा कि 2021 में मध्य प्रदेश में 670 किसानों की आत्महत्या से मौत हुई, जबकि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 70 किसानों की मौत हुई. उन्होंने कहा, यह अंतर है क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के हित में काम किया.