भाजपा, जद(एस) कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास घेरने का प्रयास किया
बेंगलुरु: कर्नाटक में विपक्षी दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जद (एस) ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले में उच्च न्यायालय के फैसले के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग तेज करते हुए यहां उनके आवास “कावेरी” के घेराव का प्रयास किया।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सदस्यों ने कावेरी की ओर मार्च करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनका प्रयास विफल कर दिया। पुलिस ऐहतियात के तौर पर उन्हें हिरासत में लेते हुए बस में बिठाकर ले गई।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल जद (एस) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यहां फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन कर “कावेरी” की ओर बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
उच्च न्यायालय ने एमयूडीए द्वारा सिद्धरमैया की पत्नी बी.एम. पार्वती को 14 भूखंड आवंटित करने में अनियमितताएं बरतने के मामले में सिद्धरमैया के खिलाफ जांच कराने की राज्यपाल थावरचंद गहलोत की मंजूरी को मंगलवार को बरकरार रखा था।
अदालत ने राज्यपाल के 16 अगस्त के आदेश की वैधता को चुनौती देने वाली सिद्धरमैया की याचिका खारिज कर दी थी, जिसके तहत राज्यपाल ने भ्रष्टाचार निवारण (पीसी) अधिनियम, 1988 की धारा 17 ए के तहत जांच को मंजूरी दी थी।