पश्चिम एशिया में शांति, स्थिरता, सुरक्षा की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध : मोदी

आयुर्वेद में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता: मोदी

नयी दिल्ली/देहरादून. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री सह विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान से बातचीत की और कहा कि दोनों देश भारत पश्चिम एशिया और व्यापक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे नाहयान ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर अपना दृष्टिकोण साझा किया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई.

पीएमओ ने कहा, “शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर अपना दृष्टिकोण साझा किया. प्रधानमंत्री ने क्षेत्र की दीर्घकालिक शांति, स्थिरता और सुरक्षा का समर्थन करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई.” इससे पहले, मोदी ने मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि नाहयान का स्वागत करते हुये उन्हें खुशी हो रही है.
उन्होंने कहा, “भारत-यूएई व्यापक रणनीतिक साझेदारी अभूतपूर्व ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए तैयार है. हम पश्चिम एशिया और व्यापक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.” संघर्ष के दौर से गुजर रहे पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर दोनों नेताओं की इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है.

पीएमओ ने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और लोगों से लोगों के संबंधों सहित व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया. बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने इस दौरान क्षेत्रीय संपर्क और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक पहल के रूप में भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे के कार्यान्वयन पर विशेष जोर दिया. उल्लेखनीय है कि पिछले साल हुए जी20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा की थी.

भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप गलियारे में भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं. जी20 सम्मेलन के दौरान इन देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. पीएमओ ने कहा कि विदेश मंत्री नाहयान से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने यूएई में विशाल और जीवंत भारतीय समुदाय का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए यूएई के नेतृत्व को धन्यवाद भी दिया.

इसने कहा कि प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं. मोदी ने सितंबर 2024 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की भारत यात्रा सहित लगातार उच्च स्तरीय यात्राओं और आदान-प्रदान पर संतोष व्यक्त किया. पीएमओ ने कहा कि इसने द्विपक्षीय संबंधों में एक पीढ़ीगत निरंतरता को चिह्नित किया है.

आयुर्वेद में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता: मोदी

दसवां विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो बृहस्पतिवार को यहां शुरू हुआ जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता है . कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में पढ़े गए एक संदेश में मोदी ने आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई.

प्रधानमंत्री ने कहा, ”आयुर्वेद में वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों को मजबूत करने की क्षमता है क्योंकि यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए व्यापक उपचार प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है और रोकथाम, पोषण और मानसिक स्वास्थ्य पर एकसमान बल देता है.” मोदी ने विश्वास जताया कि यह चार दिवसीय सम्मेलन वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद को बढ़ावा देने की गति को तेज करेगा. उन्होंने प्रतिनिधियों से इस उद्देश्य के लिए एक नयी रूपरेखा लेकर आने को कहा.

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