मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले पटेरिया गिरफ्तार, कांग्रेस ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

पन्ना/दमोह/भोपाल. मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ उनकी कथित विवादास्पद टिप्पणी के लिए मंगलवार सुबह दमोह जिले के हटा स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस पटेरिया को गिरफ्तार कर हटा से पन्ना जिले के पवई ले गई और वहां उन्हें अदालत में पेश किया गया, जिसने उनकी जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.

इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस ने पटेरिया की टिप्पणी को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है और तीन दिन में उनसे जवाब मांगा है. पटेरिया ने रविवार को विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कथित तौर पर लोगों से ‘‘संविधान और अल्पसंख्यकों, दलितों एवं आदिवासियों का भविष्य बचाने’’ की खातिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘‘हत्या’’ करने के लिए तत्पर रहने को कहा था.

इस बाबत मध्यप्रदेश पुलिस ने पन्ना जिले के पवई थाने में सोमवार को उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 451, 504, 505 (1-बी), 505 (1-सी), 506, 153-बी (1सी), 115 एवं 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पटेरिया के वकील गोंिवद नारायण सिंह बुंदेला ने कहा, ‘‘इस मामले में पटेरिया की जमानत का आवेदन पवई में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी (जेएमएफसी) आर एस बघेल की अदालत में पेश किया गया. जमानत पर आपत्ति भी प्रस्तुत की गई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने उनके जमानत आवेदन को निरस्त कर दिया है.

इसके बाद उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में 26 दिसंबर तक जेल भेज दिया गया है.’’ बुंदेला ने कहा,‘‘अब हम अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत में जमानत के लिए आवेदन करेंगे और यदि वहां भी उनके जमानत आवेदन को निरस्त किया जाता है, तो हम उच्च न्यायालय जाएंगे.’’ जेल जाने से पहले पटेरिया ने मीडिया से कहा, ‘‘यह विचारधारा की लड़ाई है. अदालत ने मेरे लिए जो आदेश दिया है उसका सम्मान करता हूं. मैंने किसी किस्म की ऐसी बात नहीं कही, जिस पर इतनी बड़ी कोई चीज बनती हो. मैं गांधीवादी विचारधारा का अनुयायी हूं और गांधीजी को जीता हूं. मैंने वह शब्द बोले ही नहीं हैं, जो वहां (प्राथमिकी में) दिखाए गये हैं.’’

सोशल मीडिया पर सोमवार सुबह प्रसारित हुए एक वीडियो में पटेरिया को कांग्रेस कार्यकर्ताओं से यह कहते हुए कथित रूप से सुना जा सकता है, ‘‘मोदी चुनाव खत्म कर देंगे. मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर (लोगों को) बांट देंगे. दलितों का, आदिवासियों का, अल्पसंख्यकों का भावी जीवन खतरे में है. संविधान बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तत्पर रहो. हत्या का मतलब है, हराने का काम करो.’’ पटेरिया का यह कथित वीडियो मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के पवई स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह का है. प्राथमिकी के अनुसार, लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री संजय कुमार खरे की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है और इसकी विवेचना की जा रही है.

प्राथमिकी के अनुसार, पटेरिया 11 दिसंबर को दोपहर में लोक निर्माण विभाग के पवई स्थित विश्राम गृह में अल्प प्रवास के नाम पर ‘जबरन घुसे’ और विश्राम गृह की चारदीवारी के अंदर मैदान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में पटेरिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘हत्या की बात की.’ हालांकि, इस टिप्पणी पर विवाद बढ़ने पर पटेरिया ने सोमवार को एक वीडियो बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उनका इरादा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को हराना था, लेकिन उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.

हटा इलाके के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) वीरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा, ‘‘ इस मामले में मंगलवार सुबह करीब सात बजे पन्ना जिले की पुलिस ने पटेरिया को मध्यप्रदेश के दमोह जिले के हटा स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया और वहां से पन्ना जिले के पवई ले गई.’’ मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा मंगलवार को पटेरिया को जारी नोटिस में कहा गया है, ‘‘आपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के बारे में बहुत ही आपत्तिजनक एवं निंदनीय शब्दों का प्रयोग किया है. आपका यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. अत: आप तीन दिवस में जवाब दें कि क्यों न आपको कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से निष्कासित किया जाए.’’

कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने अपनी पार्टी के नेता द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा, ‘‘यदि वायरल हुए वीडियो में लेशमात्र भी सच्चाई है तो हम ऐसे बयान की कड़ी निंदा करते हैं.’’ कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘मैं देश के प्रधानमंत्री जी की दीर्घायु होने की कामना करता हूं. मैं और कांग्रेस का एक-एक सच्चा कार्यकर्ता मन, वचन और कर्म से संविधान और लोकतंत्र की मजबूती और सत्य-अहिंसा के प्रति सदैव दृढ़ और प्रतिबद्ध है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘45 साल के राजनैतिक जीवन में मैंने हमेशा सत्य और अहिंसा का पालन पूर्ण अंत:करण से किया है और हमेशा करता रहूंगा. इस विषय पर कोई उंगली नहीं उठा सकता. आज प्रदेश में एक नेता का कथित वीडियो वायरल हो रहा है, यदि उसमें लेशमात्र भी सच्चाई है तो हम ऐसे बयान की कड़ी निंदा करते हैं.’’ कमलनाथ ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी और उसका एक-एक कार्यकर्ता बापू के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत का पालन करता है. अहिंसा के मार्ग पर चलकर बलिदान देना हमारा कर्तव्य पथ है और इतिहास इसका गवाह है.’’ लेकिन मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोंिवद सिंह ने पटेरिया का बचाव किया और कहा कि पूर्व मंत्री जीवन भर अहिंसा के अनुयायी रहे हैं.

उन्होंने कहा कि पटेरिया को गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए था क्योंकि उन्होंने तुरंत स्पष्ट किया था कि हत्या का मतलब है कि वह केवल मोदी को चुनाव में हराने की बात कर रहे हैं और बाद में खेद भी व्यक्त कर दिया था. इस पर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘कांगेस नेता पटेरिया प्रधानमंत्री की हत्या की बात कर रहे हैं और आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर पार्टी नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा सब मौन बैठे हैं.’’ मिश्रा ने कहा, ‘‘कमलनाथ जी आपको शर्तों के साथ खेद प्रकट करने के बजाय राजा पटेरिया पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए.’’

Related Articles

Back to top button