कांग्रेस नेता यू. टी. कादर ने कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भरा नामांकन पत्र

बेंगलुरु. कर्नाटक के पूर्व मंत्री एवं पांच बार के विधायक यू. टी. कादर ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. मंगलुरु विधानसभा क्षेत्र से विधायक कादर ने विधानसभा सचिव के कार्यालय में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उप मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार, मंत्री बी. जेड. जमीर अहमद खान और अन्य कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.

विधानसभा अध्यक्ष के लिए बुधवार को चुनाव होना है. परिपाटी के अनुसार, सत्तारूढ. पार्टी के उम्मीदवार को आम तौर पर सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुना जाता है. निर्वाचित होने पर कादर (53) कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के पद पर सेवा देने वाले पहले मुस्लिम नेता होंगे.

कादर ने पिछली विधानसभा में विपक्ष के उप नेता के रूप में सेवाएं दी थीं और पूर्व में मंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, मंत्री बनने के इच्छुक कई वरिष्ठ विधायक विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते थे, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने कादर को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए मनाया. कादर द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद पत्रकारों से सिद्धरमैया ने कहा कि पार्टी ने आलाकमान के परामर्श से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए कादर को चुना और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ”मैंने उनके नाम का प्रस्ताव दिया है, उपमुख्यमंत्री के रूप में डी के शिवकुमार ने इसका समर्थन किया है और नामांकन पत्र दाखिल किया जा चुका है.” शिवकुमार ने कहा कि कादर भले ही उम्र में छोटे हों, लेकिन वह वरिष्ठ और अनुभवी विधायक हैं. शिवकुमार ने कहा, ”हमने उनसे अनुरोध किया, और उन्होंने पार्टी की खातिर विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करना शालीनता से स्वीकार कर लिया.” कादर ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की ”संवैधानिक और सम्मानित” भूमिका निभाने का निर्देश दिया है और उन्होंने इसे पूरे दिल से स्वीकार किया है.

उन्होंने कहा, ”मैं गरिमामयी पद को और अधिक गरिमा दिलाने के लिए काम करूंगा…मंत्री हर कोई बन सकता है, लेकिन हर कोई विधानसभा अध्यक्ष नहीं बन सकता. मैंने पिछले साढ.े छह साल तक मंत्री के रूप में और विपक्ष के उप नेता के रूप में भी काम किया है.” कादर ने कहा, ”मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा अवसर है, और सभी को साथ लेकर लोगों की सेवा करने के लिए ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ सदन को संचालित करने का काम करूंगा.”

यह पूछे जाने पर कि क्या वह बाद के चुनावों में हारने वाले विधानसभाध्यक्षों की सूची को देखते हुए अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंतित हैं, कादर ने कहा, ”यह अंधविश्वास है, और मैं इसे भगवान की कृपा तथा अपने चुनाव क्षेत्र के लोगों के आशीर्वाद से गलत साबित करूंगा.” पिछली विधानसभा में अध्यक्ष रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी सिरसी सीट से चुनाव हार गए.

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