तेलंगाना की मंत्री के खिलाफ मानहानि मामले में अदालत ने नागार्जुन का बयान दर्ज किया
हैदराबाद. अभिनेता नागार्जुन ने अपने बेटे नागा चैतन्य और अभिनेत्री सामंता रुथ प्रभु के तलाक के बारे में टिप्पणियों को लेकर तेलंगाना की मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ दर्ज अपनी आपराधिक मानहानि की शिकायत के मामले में मंगलवार को एक स्थानीय अदालत में बयान दर्ज कराया. नागार्जुन अपनी पत्नी अमाला और बेटे नागा चैतन्य के साथ दोपहर में यहां नामपल्ली में अदालत में पहुंचे थे.
नागार्जुन के वकील अशोक रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि अभिनेता के अलावा उनकी रिश्तेदार और शिकायत में गवाह सुप्रिया का बयान भी दर्ज किया गया. मामले में अगली सुनवाई 10 अक्टूबर को होगी. नागार्जुन ने सुरेखा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 356 के तहत शिकायत दर्ज कराई थी. सुरेखा ने पिछले हफ्ते यह आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था कि चैतन्य और सामंता के 2021 में हुए तलाक के लिए बीआरएस नेता केटी रामा राव जिम्मेदार थे.
वन मंत्री सुरेखा ने नेताओं और तेलुगू सिनेमा जगत की तीखी प्रतिक्रिया के बाद अपना बयान वापस ले लिया. सामंता और चैतन्य ने मंत्री के बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि उनका तलाक आपसी सहमति से हुआ था और निजी फैसला था. नागार्जुन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि मंत्री के बयान से उनके परिवार की साख को आघात पहुंचा है. चैतन्य ने सोशल मीडिया पर शिकायत की एक प्रति साझा की थी.