दिल्ली: बम की धमकी के बाद स्कूल परिसर को खाली कराया गया, जांच के बाद पुलिस ने बताया ‘अफवाह’

नयी दिल्ली. दक्षिणी दिल्ली के सादिक नगर स्थित ‘द इंडियन स्कूल’ में बुधवार सुबह बम होने संबंधी एक ई-मेल मिलने के बाद पुलिस ने परिसर को खाली करा लिया. इससे छात्रों और अभिभावकों में दहशत फैल गई. कई घंटे की गहन जांच के बाद पुलिस ने इसे ‘अफवाह’ करार दिया. इससे पहले दिन में, पुलिस ने बताया कि बम निरोधक दस्ता और अन्य एजेंसियों ने विस्फोटक पदार्थ की तलाश के लिए ‘‘द इंडियन स्कूल’’ का निरीक्षण किया. स्कूल के विद्यार्थी और अभिभावक घबराए हुए थे.

स्कूल की प्रधानाध्यापिका तानिया जोशी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘आज सुबह स्कूल में बम होने की धमकी भरा ईमेल मिला. तुरंत सभी सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल का पालन किया गया और सभी बच्चों और कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.’’ उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

जोशी ने बताया, ‘‘प्रथम दृष्टया यह धमकी अफवाह प्रतीत हो रही है.’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीआरटी रोड पर स्थित ‘द इंडियन स्कूल’ से जुड़े बृजेश नाम के व्यक्ति ने उन्हें उस ईमेल की जानकारी दी, जिसमें स्कूल परिसर में बम होने की बात कही गई थी. अधिकारी ने बताया कि ई-मेल सुबह करीब 10 बजकर 49 मिनट पर प्राप्त हुआ था. पुलिस ने बताया कि स्कूल को पिछले साल नवंबर में भी ऐसा ही एक ईमेल मिला था.

वहीं, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) चंदन चौधरी ने बताया, ‘‘स्कूल को बुधवार सुबह 10 बजकर 49 मिनट पर ईमेल के माध्यम से परिसर में बम होने की धमकी मिली. स्कूल ने डिफेंस कॉलोनी थाने को सूचित किया जिसके बाद सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और स्कूल को तुरंत खाली करा लिया गया.’’ उन्होंने बताया, ‘‘हमने अपने बम निरोधी दस्ते को तैनात किया और स्पेशल सेल और स्पेशल ब्रांच को भी सूचित किया है. विशेष हथियार और रणनीति (स्वाट) टीम ने भी परिसर के अंदर तलाशी ली.’’ चौधरी ने बताया कि पुलिस ने तीन बार तलाशी अभियान चलाया.

उन्होंने कहा, ‘‘हम ई-मेल के स्रोत की तलाश कर रहे हैं. पिछले साल नवंबर में स्कूल को इसी तरह का एक मेल मिला था, जो एक जर्मन सर्वर के जरिए भेजा गया था.’’ पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने बताया कि उसे और उसके सहपाठियों को स्कूल भवन से निकालकर मैदान में लाया गया.

वहीं, एक अन्य छात्र ने बताया, ‘‘हमें दोपहर के भोजन से पहले ही घर जाने के लिए कहा गया था. हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि हमें क्यों निकाला गया.’’ अपने बेटे को लेने के लिए स्कूल के बाहर इंतजार कर रहे एक अभिभावक ने बताया कि कई छात्रों ने उन्हें बताया कि उन्होंने परिसर के अंदर बम निरोधक दस्ते को देखा.

Related Articles

Back to top button