
लीड्स. इंग्लैंड ने दूसरे सत्र में चार विकेट भले ही गंवाये लेकिन सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने भारत की औसत गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाकर शानदार शतक के साथ पहले क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया .
जीत के लिये 371 रन के लक्ष्य के जवाब में डकेट ने 170 गेंद में 149 रन बनाये . इंग्लैंड ने चाय ब्रेक तक चार विकेट पर 269 रन बना लिये थे . उसे आखिरी सत्र में सिर्फ 102 रन की जरूरत है .
कप्तान बेन स्टोक्स 13 और जो रूट 14 रन बनाकर खेल रहे हैं . दोनों का कुल टेस्ट अनुभव 266 मैचों का है और उन्हें टीम को जीत तक ले जाने में कोई परेशानी नहीं होती दिख रही है . बायें हाथ के बल्लेबाज डकेट ने सुबह के सत्र में जसप्रीत बुमराह को संभलकर खेला . बुमराह ने 16 ओवर में 55 रन दिये लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली . डकेट और जैक क्रॉली (65) ने पहले विकेट के लिये 188 रन की साझेदारी की .
लंच के बाद कुछ देर बारिश होने से भारत को फायदा मिला और सुबह नाकाम रहे प्रसिद्ध कृष्णा ने 11 ओवर में 69 रन देकर दो विकेट लिये . उन्होंने क्रॉली को स्लिप में केएल राहुल के हाथों लपकवाया . इसके बाद पहली पारी में शतक लगाने वाले ओली पोप (आठ) को पवेलियन भेजा . दोहरे झटकों के बावजूद डकेट ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी . सुबह के सत्र में बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला . मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दबाव बनाये रखा .
डकेट को सिराज की गेंद पर यशस्वी जायसवाल से जीवनदान भी मिला . रविंद्र जडेजा को पिच से कोई मदद नहीं मिली और डकेट ने उन्हें कई अच्छे रिवर्स स्वीप लगाये . एक रिवर्स स्वीप पर उन्होंने चौका लगाया तो दूसरी पर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से छक्का जड़ा .
कुलदीप यादव जैसे फॉर्म में चल रहे स्पिनर को नहीं उतारने का भारत को खामियाजा भुगतना पड़ा . शार्दुल ने डकेट और हैरी ब्रूक (0) को आउट करके भारत को मैच में लौटाने की कोशिश की . डकेट ने कवर में नीतिश रेड्डी को कैच थमाया जबकि ब्रूक ने विकेट के पीछे ऋषभ पंत को कैच दिया .