‘भक्ति-शक्ति’ के संगम से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ : योगी आदित्यनाथ

पुणे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि ”भक्ति और शक्ति” के संगम से ”500 साल की गुलामी की गाथा” को तोड़कर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है. महाराष्ट्र में पुणे जिले के आलंदी में गीता भक्ति अमृत महोत्सव को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने मुगल सम्राट औरंगजेब की सत्ता को चुनौती देने के लिए मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की भी प्रशंसा की.

अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में इस साल 22 जनवरी को एक भव्य समारोह में राममला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की गयी. आदित्यनाथ ने कहा कि आज ”शक्ति और भक्ति” एक-दूसरे से मिल रही है. उन्होंने कहा, ”भक्ति और शक्ति के संगम से 500 साल की गुलामी की गाथा तोड़कर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है. हमें इस अभूतपूर्व क्षण को देखने का अवसर मिला.” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें सैकड़ों वर्षों से संतों का आशीर्वाद मिलता रहा है.

उन्होंने कहा, ”भक्ति से निकली यह शक्ति शत्रुओं को परास्त कर रही है. समर्थ रामदास ने इस धरती से छत्रपति शिवाजी महाराज को खड़ा किया, जिन्होंने मुगल शासक औरंगजेब की सत्ता को चुनौती दी और उसे तड़पने तथा मरने के लिए छोड़ दिया.” उन्होंने कहा कि पूज्य संतों से निकटता के कारण महाराष्ट्र वीरता की भूमि है. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में भक्ति और शक्ति का मिश्रण देखा जा सकता है.

आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद वह आगरा गए थे. उन्होंने कहा, ”एक ‘मुगल संग्रहालय’ बनाया जा रहा था. मैंने कहा कि संग्रहालय का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होना चाहिए, क्योंकि हम उनसे जुड़े हैं न कि मुगलों से.” आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में एक रक्षा गलियारे की घोषणा की है और यह भी छत्रपति शिवाजी महाराज को सर्मिपत है. उन्होंने कहा, ”मुझे विश्वास है कि देश के सशस्त्र बल आत्मनिर्भर होने का उद्देश्य हासिल कर रहे हैं.”

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