प्रधानमंत्री मोदी के भाई और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अब ठीक है: चिकित्सकों ने बताया

मैसुरु. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी और परिवार के सदस्यों की हालत अब ‘‘स्थिर और ठीक’’ है. चिकित्सकों ने बुधवार को यह जानकारी दी. प्रह्लाद मोदी और उनके परिवार के सदस्य मैसुरु के निकट कार हादसे में घायल हो गए थे और उनका यहां एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.

चिकित्सकों ने बताया कि मरीजों के आज शाम या बृहस्पतिवार को सुबह तक अस्पताल में भर्ती रहने की संभावना है. उन्होंने बताया कि उन्हें छुट्टी दिये जाने का फैसला परिवार से परामर्श कर उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों की एक टीम द्वारा लिया जाएगा. इस हादसे में प्रह्लाद मोदी, उनके पुत्र, पुत्रवधू और छह वर्षीय पोते और वाहन चालक को ‘‘मामूली’’ चोटें आई थीं. घायलों को जेएसएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

यह हादसा अपराह्न लगभग डेढ़ बजे काडाकोला के निकट हुआ. ऐसा बताया जा रहा है कि बांदीपुर जा रही कार सड़क पर बने डिवाइडर से टकरा गई थी. जेएसएस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मधु सी. पी. ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वे सभी ठीक हैं, खाना खा रहे हैं और बेहतर नींद ले रहे हैं. हो सकता है शरीर में कुछ दर्द हो लेकिन इसके अलावा कोई बड़ी समस्या नहीं है. संबंधित विशेषज्ञों ने उनकी जांच की है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘(घायलों को) छुट्टी दिये जाने के संबंध में चिकित्सकों की टीम आज शाम या कल सुबह तक निर्णय लेगी.’’ इस बीच, प्रह्लाद मोदी ने एक वीडियो बयान में अपने शुभंिचतकों से ंिचता न करने को कहा है.

प्रह्लाद मोदी ने कहा कि वह और उनका परिवार सभी लोगों के आशीर्वाद के कारण सुरक्षित हैं. ‘‘हमें मामूली चोटें आई हैं लेकिन हमारी स्थिति ठीक हैं. ंिचता की कोई बात नहीं है.’’ मैसुरु-कोडागु निर्वाचन क्षेत्र से सांसद प्रताप सिन्हा और कुछ अन्य वरिष्ठ राजनीतिज्ञ घायलों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए अस्पताल गये थे.

चिकित्सक ने कहा कि जब वे मंगलवार को अपराह्न लगभग दो बजे आए तो सभी की हालात मामूली चोटों के साथ स्थिर थी, उनका तुरंत उपचार किया गया. केवल बच्चे के बाएं पैर की टिबिया (ंिपडली की हड्डी) में एक छोटा सा ‘फ्रैक्चर’ हुआ था, लेकिन यह बड़ा नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि वे होश में थे, शुरुआत में वे दुर्घटना के कारण सदमे और घबराहट की स्थिति में थे, लेकिन कुछ समय बाद वे इससे उबर गए, और अस्पताल में हमारे विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उनकी देखभाल की गई. इन सभी को बाद में कल शाम पांच बजे एक विशेष वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया.’’

बच्चे का इलाज कर रहे आर्थोपेडिक्स के प्रोफेसर डॉ. पुरुषोत्तम शास्त्री ने कहा कि टिबिया की हड्डी में ‘फ्रैक्चर’ हुआ है, लेकिन इतनी कम उम्र में सर्जरी की जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा, “हमने ‘प्लास्टर आॅफ पेरिस स्लैब’ डाला है. ंिचता की कोई बात नहीं है.’’ मैसुरु की पुलिस अधीक्षक सीमा लटकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया. मैसुरु दक्षिण पुलिस थाने में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है.

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