
रायपुर/बेंगलुरु. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में हुए विस्फोट की घटना को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि केंद्र का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से विफल हो गया है इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए. बघेल ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान यह भी आरोप लगाया कि बस्तर के लोगों को डर है कि नक्सलवाद के कम होने के साथ ही उनकी सारी जमीन और खनिज संसाधन हड़प लिए जाएंगे.
बघेल ने कहा, ”दिल्ली में हुए विस्फोट से साफ पता चलता है कि केंद्र सरकार का सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से विफल रहा है. आप पहलगाम में (आतंकवादी हमले को रोकने में) विफल रहे, आप चांदनी चौक में विफल रहे और गृह मंत्री जिम्मेदारी लेने के बजाय चुनावों में व्यस्त रहे. भारत के इतिहास में इससे कमजोर गृह मंत्री कभी नहीं रहा.”
बघेल ने कहा, ”मणिपुर दो साल तक जलता रहा. पुलवामा हमले में चार सौ किलोग्राम आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था. आज भी यह पता नहीं चल पाया है कि इसे कौन लाया था. अब पता चला है कि दिल्ली से सटे फरीदाबाद में विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा पहुंचा. यह कैसे आया? वहां कैसे पहुंचा? बरामदगी के 24 घंटे के भीतर ही (लाल किले के पास) एक विस्फोट हो गया.” उन्होंने कहा यह केंद्र सरकार और उसकी खुफिया एजेंसियों की विफलता है.
बघेल ने आरोप लगाया कि सुरक्षा एजेंसियों को विपक्षी नेताओं की जासूसी करने पर लगा दिया गया है, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा प्रभावित हो रही है. उन्होंने छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”छत्तीसगढ़ में भी यही स्थिति है. लगातार घटनाएं हो रही हैं, पुलिस हिरासत में लोग मर रहे हैं और विष्णु देव साय सरकार का ध्यान केवल विपक्ष को निशाना बनाने पर है.” हाल ही में अपने बस्तर दौरे को लेकर बघेल ने कहा, ”जैसे-जैसे नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं और (जंगल से) बाहर आ रहे हैं, भू-माफिया वहां घुस रहे हैं. भू-माफिया अबूझमाड़ और बीजापुर के अंदरूनी इलाकों में जमीन खरीद रहे हैं. लोगों को शक है कि नक्सलवाद के खात्मे के साथ ही उनकी जमीन और खनिज हड़प लिए जाएंगे.” बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में 15 नवंबर से धान की खरीद शुरू होने वाली है, लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की है
‘देश में चुनाव के दौरान आतंकवादी हमलों का क्या कारण है’: सिद्धरमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को सवाल किया कि ”देश में चुनाव के दौरान आतंकवादी हमलों का क्या कारण है.” मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस बयान पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. सिद्धरमैया ने बुधवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सवाल किया, ”चुनाव के दौरान देश में आतंकवादी हमलों का क्या कारण है?” उन्होंने इस घटना पर अपने बयान की मीडिया कवरेज भी साझा की.
सिद्धरमैया की यह टिप्पणी ऐसे समय आयी है जब मंगलवार को बिहार में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान पूरा हुआ और मतदान से एक दिन पहले दिल्ली में विस्फोट हुआ था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने सिद्धरमैया और कांग्रेस के अन्य नेताओं के बयानों को ”गैरजिम्मेदाराना, असंवेदनशील और बहुत निचले स्तर की राजनीति” करार दिया.
मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान देश में विस्फोटों के बारे में मंगलवार को मैसुरु में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, ”देश में कोई बम विस्फोट नहीं होना चाहिए, निर्दोष लोग मारे गए हैं.” उन्होंने यह भी कहा था कि यह चुनाव के दौरान हुआ है और इसकी जांच होनी चाहिए.
सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा था कि विस्फोट की घटना का बिहार चुनाव पर असर पड़ने की संभावना है. उन्होंने कहा था, ”यह भाजपा के खिलाफ होगा.” मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को अमित शाह को स्वतंत्र भारत का ”सबसे अक्षम गृह मंत्री” बताया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी तथा इस मामले में खुफिया विफलता का आरोप लगाया था.
दिल्ली में विस्फोट सरकार की विफलता : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को दिल्ली में हुए विस्फोट को “सरकार की विफलता” करार देते हुए बुधवार को मांग की कि इस आतंकवादी कृत्य के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि आगे ऐसी घटनाएं ना हों. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी घटना राष्ट्रीय राजधानी में हुई, जहां खुफिया ब्यूरो सहित सुरक्षा के लिए जिम्मेदार शीर्ष एजेंसियां ??काम करती हैं. खरगे ने आरोप लगाया कि दिल्ली में ऐसी सभी एजेंसियों की मौजूदगी के बावजूद सरकार विफल रही है और उनकी पार्टी पूरी रिपोर्ट का इंतज.ार करेगी.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने विस्फोट की निष्पक्ष जांच के साथ इसके साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा दिलाने की सरकार से मांग की है. खरगे ने कहा, “अब उन्होंने मामला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दिया है. जांच रिपोर्ट आने दीजिए. संसद का सत्र एक दिसंबर से शुरू होगा. उसके बाद हम देखेंगे.” बिहार चुनाव के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘एग्जिट पोल’ में दावा किया गया है कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत होगी और नतीजे महागठबंधन के लिए उत्साहजनक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ‘एग्जिट पोल’ में हरियाणा में कांग्रेस को बढ़त दिखाई गई थी, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए. उन्होंने कहा, “इसलिए, हमें 14 नवंबर तक इंतज.ार करना चाहिए, जब नतीजे आएंगे.”



