नेतन्याहू से बातचीत में मोदी ने कूटनीति से इजराइल-हमास संघर्ष के समाधान की जरूरत दोहराई

नेतन्याहू, मोदी ने बाब-अल-मंडेब में नौवहन स्वतंत्रता, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर हमले रोकने को लेकर चर्चा की

यरूशलम/नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ इजरायल-हमास संघर्ष पर ‘सार्थक’ बातचीत की, जिसमें क्षेत्र में समुद्री यातायात की सुरक्षा पर ‘साझा चिंताएं’ भी शामिल थीं. फोन पर हुई बातचीत में मोदी ने ‘वार्ता और कूटनीति’ के जरिए सभी बंधकों की रिहाई के साथ-साथ प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता जारी रखने सहित संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया.

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात की और उन्हें इजरायल-हमास संघर्ष में हाल के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने समुद्री यातायात की सुरक्षा के संबंध में चिंताओं को साझा किया.

पीएमओ के अनुसार, ”प्रधानमंत्री ने प्रभावित आबादी के लिए मानवीय सहायता जारी रखने की आवश्यकता को दोहराया और बातचीत तथा कूटनीति के माध्यम से सभी बंधकों की रिहाई सहित संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया.” दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई.

बाद में मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ चल रहे इजरायल-हमास संघर्ष पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ, जिसमें समुद्री यातायात की सुरक्षा पर साझा चिंताएं भी शामिल थीं.” उन्होंने कहा, ”प्रभावितों के लिए निरंतर मानवीय सहायता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के पक्ष में भारत के निरंतर रुख पर प्रकाश डाला.” हमास की ओर से सात अक्टूबर को इजराइल पर किए गए भीषण हमले के बाद से इजराइल ने जवाबी हमले शुरू किए, जिसमें अब तक करीब 20,000 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 19 लाख लोग विस्थापित हुए हैं.

इजराइल ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा को निशाना बनाते हुए हमले किए, जिसमें 28 फलस्तीनियों की मौत हो गई. साथ ही इजराइल ने गाजा के उत्तरी हिस्से में एकमात्र संचालित अस्पताल पर भी छापेमारी की. यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इजराइली हमले में तीन बंधकों की मौत के बाद उस पर संघर्षविराम के लिए दबाव बढ. रहा है. हालांकि, अमेरिका की तरफ से समर्थन बढ.ने के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं. भारत इस मामले में तनाव कम करने और फलस्तीन मुद्दे के द्विराष्ट्र समाधान की दिशा में सीधी शांति वार्ता जल्द बहाल करने के लिए स्थितियां बनाने का आह्वान करता रहा है. भारत ने हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी.

नेतन्याहू, मोदी ने बाब-अल-मंडेब में नौवहन स्वतंत्रता, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर हमले रोकने को लेकर चर्चा की

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी से बात की और अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं व्यापार पर हो रहे ‘हमलों’ को रोकने एवं दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के महत्व पर चर्चा की.

इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि नेतन्याहू ने मंगलवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की.
बयान में कहा गया, “दोनों नेताओं ने बाब-अल-मंडेब में नौवहन की स्वतंत्रता को सुरक्षित करने के महत्व पर चर्चा की, जिसे ईरान सर्मिथत हुती विद्रोहियों की आक्रामकता से खतरा है, और साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था एवं व्यापार पर हमलों को रोकने में वैश्विक हित तथा भारत और इजराइल की अर्थव्यवस्थाओं के महत्व पर भी चर्चा की.” इसमें कहा गया, ”प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नौवहन की स्वतंत्रता एक आवश्यक वैश्विक आवश्यकता है जिसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए.”

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ इजराइल-हमास के बीच जारी संघर्ष पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ, जिसमें समुद्री यातायात की सुरक्षा पर साझा चिंताएं भी शामिल थीं.” उन्होंने कहा, ”प्रभावितों के लिए निरंतर मानवीय सहायता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के पक्ष में भारत के निरंतर रुख पर प्रकाश डाला.” हमास के साथ इजराइल के युद्ध के मद्देनजर यमन के हुती विद्रोहियों ने लाल सागर में इजराइल से संबंधित जहाजों को निशाना बनाया है. पिछले कुछ दिनों में, दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कंटेनर शिपिंग कंपनियों ने लाल सागर के माध्यम से आवाजाही बंद कर दी है या मार्ग बदल दिया है.

फलस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइल के भीतर किए गए भीषण और औचक हमले के बाद इजराइल ने गाजा पट्टी पर लगातार हवाई और जमीनी हमले शुरू कर दिए जो अब तक जारी हैं. इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने भारत से इजराइल में कामगारों के आगमन को आगे बढ.ाने पर भी चर्चा की. इज.राइल को निर्माण परियोजनाओं को जारी रखने के लिए तत्काल श्रमिकों की आवश्यकता है और ठेकेदारों ने जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशों से हजारों लोगों को लाने के लिए सरकार से जोरदार अपील की है.

इजराइल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बरकत ने इस साल अप्रैल में अपनी भारत यात्रा के दौरान इजराइल के अवसंरचना उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत से श्रमिकों को लाने की संभावना पर चर्चा की थी. बयान में कहा गया कि नेतन्याहू ने ह्लहमास आतंकवादी संगठन को खत्म करने के लिए इजराइल के उचित युद्ध में भारत के समर्थनह्व के लिए भी मोदी को धन्यवाद दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने सात अक्टूबर के बर्बर हमलों की निंदा की थी.

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