स्वतंत्रता दिवस : 1082 पुलिसकर्मी वीरता, उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित
नयी दिल्ली. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य बलों के कुल 1,082 पुलिसर्किमयों को वीरता समेत सेवा पदक की विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया. एक आधिकारिक बयान में रविवार को कहा कि 347 पुलिस पदक वीरता के लिए, विशिष्ट सेवा के लिए 87 राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए 648 पुलिस पदक प्रदान किए गए.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि वीरता के लिए 347 पदक में से 204 र्किमयों को जम्मू कश्मीर में वीरतापूर्ण कार्य करने के लिए, 80 पुलिसर्किमयों को वामपंथी चरमपंथ या नक्सल ंिहसा प्रभावित स्थानों में वीरता का प्रदर्शन करने के लिए तथा 14 पुलिसर्किमयों को पूर्वोत्तर क्षेत्र में बहादुरी का परिचय देने के लिए सम्मानित किया गया.
इस बार सबसे ज्यादा 109 वीरता पदक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को मिले. इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस को 108, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को 19 तथा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) तथा सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को छह-छह पदक मिले. राज्य के पुलिस बलों में से 42 वीरता पदक महाराष्ट्र को दिए गए.
स्वतंत्रता दिवस पर आईटीबीपी के 20 कर्मी विभिन्न सेवा पदकों से सम्मानित
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 20 र्किमयों को विभिन्न सेवा पदकों से सम्मानित किया गया है जिसमें वीरता पदक भी शामिल है. आईटीबीपी प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने कहा कि छह पुलिस वीरता पदक, उत्तम सेवा के लिए तीन राष्ट्रपति पुलिस पदक और उल्लेखनीय सेवा के लिए 11 पुलिस पदक प्रदान किए गए.
आईटीबीपी के जिन र्किमयों को वीरता पदक दिए गए उनमें एसिस्टेंट कमांडेंट (एसी) प्रभात मुकुल, मार्टिन ंिमज और अमित कुमार शामिल हैं. इसके अलावा सहायक उप निरीक्षक कुलदीप राज, हेड कांस्टेबल हमेश कुमार और कांस्टेबल ब्रह्म चंद्र तथा शक्ति कुमार को वीरता पदक प्रदान किया गया.
प्रवक्ता ने कहा कि इन र्किमयों को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के विरुद्ध दो अलग-अलग अभियानों में हिस्सा लेने के लिए पदक प्रदान किए गए. पहले अभियान में, 14 जनवरी 2018 को 38वीं बटालियन के एसी अमित कुमार, हेड कांस्टेबल हमेश कुमार और कांस्टेबल शक्ति कुमार ने बहादुरी से लड़ते हुए माओवादी कमांडर गुंडाधुर उर्फ राजू दंतेवाड़ा को मार गिराया था जिस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था. प्रवक्ता ने बताया कि दूसरी घटना 30 जून 2020 को हुई थी जिसमें एसी ंिमज के नेतृत्व में एएसआई कुलदीप राज और कांस्टेबल ब्रह्म चंद्र ने डेविड उर्फ उमेश बलिराम उइकी को मार गिराया था.