कर्नाटक की रैली में खरगे ने मोदी की तुलना ‘जहरीले सांप’ से की

प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी विचारधारा को लेकर थी मेरी टिप्पणी: खरगे

गडग/नयी दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जहरीले सांप से की, जिस पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रचार अभियान के तहत गडग जिले के रोन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा, ‘‘गलती मत कीजिए. मोदी जहरीले सांप की तरह हैं. अगर आप कहते हैं कि वह जहरीले नहीं हैं तो छूकर देखिए, पता चल जाएगा. अगर आप छूएंगे तो मर जाएंगे.’’

खरगे ने लोगों से कहा, ‘‘अगर आपको लगता है कि नहीं, नहीं, यह जहर नहीं है, क्योंकि मोदी ने इसे दिया है, सज्जन प्रधानमंत्री ने दिया है तो इसे चाटकर देखिए. अगर आप इस जहर को चाटेंगे तो हमेशा के लिए सो जाएंगे.’’

खरगे ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने केवल इतना कहा कि भाजपा एक सांप की तरह है और पार्टी की विचारधारा जहर की तरह है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप इस विचारधारा का समर्थन करते हैं और इसे अपनाते हैं तो मौत निश्चित है.’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैंने उनके (मोदी के) खिलाफ नहीं बोला, क्योंकि मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं कभी निजी टिप्पणियां नहीं करता.’’

प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी विचारधारा को लेकर थी मेरी टिप्पणी: खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर दिए अपने एक बयान पर सफाई देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनका इरादा किसी की भावना को आहत करना नहीं था और उनकी टिप्पणी किसी व्यक्ति विशेष नहीं, बल्कि उस विचारधारा को लेकर थी, जिसका प्रतिनिधित्व मोदी करते हैं. उन्होंने भाजपा की विचाराधारा को ‘विभाजनकारी तथा गÞरीबों व दलितों के प्रति नफÞरत व पूर्वाग्रह से भरी’ करार देते हुए कहा कि वह भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ वैचारिक लड़ाई लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे.

खरगे ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक में गडग जिले के रोन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘गलती मत कीजिए. मोदी जहरीले सांप की तरह हैं. अगर आप कहते हैं कि वह जहरीले नहीं हैं तो छूकर देखिए, पता चल जाएगा. अगर आप छूएंगे तो मर जाएंगे.’’ खरगे ने लोगों से कहा, ‘‘अगर आपको लगता है कि नहीं..नहीं, यह जहर नहीं है, क्योंकि मोदी ने इसे दिया है, सज्जन प्रधानमंत्री ने दिया है तो इसे चाटकर देखिए. अगर आप इस जहर को चाटेंगे तो हमेशा के लिए सो जाएंगे.’’

बाद में खरगे ने स्पष्टीकरण देते हुए ट्वीट किया, ‘‘मेरा इरादा किसी की भावना को आहत करने का नहीं था और अगर जÞाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई, तो यह मेरी मंशा कदापि नहीं थी और न ही यह मेरे लम्बे राजनीतिक जीवन का आचरण है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की विचारधारा विभाजनकारी, वैमनस्यपूर्ण तथा गÞरीबों और दलितों के प्रति नफÞरत एवं पूर्वाग्रह से भरी है. आज मैंने इसी नफÞरत एवं द्वेष की राजनीति की चर्चा की. मेरा बयान न व्यक्तिगत तौर से प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए था, न किसी और व्यक्ति विशेष के लिए, अपितु जिस विचारधारा का वह प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके लिए था.’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के साथ उनकी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है, बल्कि वैचारिक लड़ाई है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सदा दोस्तों और विरोधियों के प्रति राजनीतिक शुचिता की मर्यादाओं और परंपराओं को निभाया है तथा जीवन के आख़रिी सांस तक निभाऊंगा.’’ खरगे के मुताबिक, ‘‘मैं बड़े पदों पर बैठे लोगों की तरह व्यक्तियों और उनकी तकलीफÞों का मजÞाकÞ नहीं उड़ाता, क्योंकि मैंने गÞरीबों व दलितों का दुख दर्द देखा भी है और सहा भी है. पांच दशकों से भाजपा तथा आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा से, उनके नेताओं से, मेरा विरोध हमेशा से रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राजनीतिक लड़ाई उनकी राजनीति के ख़लिाफÞ थी, है और हमेशा रहेगी.’’

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