खरगे ने कहा: हमारे खातों पर रोक लगाई गई, खर्च करने के लिए पैसे नहीं….

कलबुर्गी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के पास पैसे की कमी होने का बुधवार को संकेत दिया और आरोप लगाया कि लोगों द्वारा दिया गया चंदा जिन बैंक खातों में जमा किया गया था, उनपर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है तथा आयकर विभाग ने पार्टी पर भारी-भरकम जुर्माना लगाया है.

खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए लोगों का आह्वान किया कि वे देश में संविधान और लोकतंत्र को “बचाने” के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में एक साथ मजबूती से खड़े हों और कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करें. खरगे ने चुनाव में समान अवसर की आवश्यकता पर जोर दिया और आरोप लगाया कि भाजपा ने आयकर विभाग का सहारा लेकर कांग्रेस के खातों पर रोक लगवाई और जुर्माना लगवाया है. उन्होंने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद भाजपा चुनावी बॉण्ड के माध्यम से मिले हजारों करोड़ रुपये का खुलासा करने के लिए तैयार नहीं हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष का कहना था, ”यह हमारी पार्टी का पैसा था जो आप लोगों ने चंदे के रूप में दिया था, उन्होंने इसे फ्रीज कर दिया है और हमारे पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं… जबकि, वे (भाजपा) चुनावी बॉण्ड के बारे में खुलासा नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उनकी चोरी और गलत काम सामने आ जाएंगे.

खरगे ने गुजरात में एक क्रिकेट स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर रखे जाने का उल्लेख करते हुए कटाक्ष किया, ”आप अभी जीवित हैं, ऐसे नामकरण किसी के निधन के बाद किए जाते हैं. जब कोई व्यक्ति जीवित होता है, तो उसके स्मारक नहीं बनाए जाते हैं. यह काम उसके चाहने वाले बाद में करते हैं.” उन्होंने यह भी दावा किया कि कलबुर्गी (गुलबर्गा) के लोगों ने ”अपनी गलती को सुधारने” और आगामी चुनाव में कांग्रेस को विजयी बनाने का फैसला किया है. पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से खरगे को हार का सामना करना पड़ा था. भाजपा के उमेश जाधव ने उन्हें 95,452 वोटों के अंतर से हराया था.

चुनावी बॉण्ड के मामले में प्रधानमंत्री किस बात से डरे हुए हैं : कांग्रेस

कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि सरकार भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के माध्यम से लगातार इस बात को सामने आने से रोकने या देरी करने की कोशिश कर रही है कि किसने, किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि आखिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किस बात से डरे हुए हैं? रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”15 फ.रवरी 2024 को चुनावी बॉण्ड को असंवैधानिक घोषित करने वाले उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद से मोदी सरकार एसबीआई के माध्यम से लगातार इस बात को सामने आने से रोकने या देरी करने की कोशिश कर रही है कि किसने, किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया. ”

उन्होंने सवाल किया, ”प्रधानमंत्री किस बात से इतने डरे हुए हैं? चुनावी बॉण्ड के आंकड़ों से कौन सा नया घोटाला सामने आएगा?” रमेश ने दावा किया कि 20 फ.रवरी 2024 को पता चला था कि ईडी, सीबीआई या आयकर विभाग के छापे या जांच के तुरंत बाद 30 कंपनियों से भाजपा को 335 करोड़ रुपए तक का चंदा मिला है.

उन्होंने प्रश्न किया, ”छापे के तुरंत बाद कंपनियों ने भाजपा को चंदा क्यों दिया? क्या भाजपा चंदा वसूलने के लिए इन कंपनियों को ईडी-सीबीआई-आयकर विभाग की जांच की धमकी देकर डरा रही है?” कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया, ”सेबी ने जिन चार कंपनियों को ‘सेल कंपनी’ बताया है, उनसे भाजपा ने 4.9 करोड़ रुपये का चंदा क्यों लिया? इन कंपनियों के माध्यम से भाजपा के पास किसका काला धन आया?”

नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागू किए जाने के संदर्भ में रमेश ने कहा कि कानून के नियमों को अधिसूचित होने में 4 साल 3 महीने क्यों लग गए तथा लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जानबूझकर इन नियमों को अधिसूचित क्यों किया गया? रमेश ने सवाल किया, ”आख.रि हालात इस हद तक कैसे पहुंच गए कि लोकसभा चुनाव से पहले, भारत में तीन के बजाय केवल एक ही निर्वाचन आयुक्त रह गए? निर्वाचन आयोग से अरुण गोयल ने अचानक क्यों इस्तीफ.ा दिया?” कांग्रेस महासचिव ने उनकी पार्टी के खिलाफ हुई आयकर विभाग की कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा, ”मोदी सरकार कांग्रेस पार्टी से इतना क्यों डरती है कि उसे खाताबंदी और ‘टैक्स टेररिज़्म’ का सहारा लेना पड़ रहा है?”

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