मेघालय : एनपीपी 26 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, बहुमत के आंकड़े से दूर

कोनराड संगमा : पराजय से दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की यात्रा

शिलांग. मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को जारी परिणाम में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 26 सीटों पर जीत दर्ज करके सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी. हालांकि, एनपीपी 60 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े को नहीं छू सकी है.

इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया और नई सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और शाह सहित स्टार प्रचारकों को लाने वाली भाजपा राज्य में केवल दो सीटें जीतने में सफल रही.

संगमा सरकार में एनपीपी की सहयोगी रही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) 11 सीटों पर जीत हासिल कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पांच-पांच सीटों पर विजय प्राप्त की है. इसी तरह, ‘वॉइस आॅफ द पीपुल पार्टी’ (वीपीपी) ने चार सीट पर जबकि ‘हिल स्­टेट पीपुल्­स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एचएसपीडीपी) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है.

मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने दक्षिण तुरा सीट पर 5,016 मतों के अंतर से जीत दर्ज की. संगमा ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी को वोट देने के लिए मैं राज्य की जनता का आभारी हूं. हम अब भी संख्याबल में पीछे हैं और अंतिम परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उसके बाद हम आगे के रास्ते के बारे में फैसला करेंगे.’’ पार्टी प्रवक्ता अम्पारीन ंिलगदोह ने कहा कि सत्तारूढ़ दल को सत्ता में लौटने के लिए दूसरों से समर्थन मांगना होगा. मेघालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह आठ बजे मतों की गिनती शुरू हुई. मतगणना 13 केंद्रों पर हो रही है. मेघालय में 60 विधानसभा सीट हैं, लेकिन सोहियोंग सीट पर एक उम्मीदवार के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया.

कोनराड संगमा : पराजय से दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की यात्रा

वर्ष 2004 के अपने पहले चुनाव में हार का सामना करने वाले नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा एक बार फिर मेघालय के मुख्यमंत्री का पद संभालने की ओर अग्रसर हैं. वर्ष 2004 के बाद से 45 वर्षीय संगमा अपने पिता पी.ए. संगमा की तरह एक शक्तिशाली राजनेता के रूप में उभरे हैं, जो हर चुनाव के बाद मजबूत होते जा रहे हैं. बृहस्पतिवार को जारी मतगणना में एनपीपी ने 16 सीट जीती हैं और वह नौ अन्य सीट पर आगे है. मेघालय में 27 फरवरी को राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीट पर मतदान हुआ था.

अमेरिका और ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाले कोनराड संगमा अपने पिता पी.ए. संगमा द्वारा गठित एनपीपी का नेतृत्व कर रहे हैं. संभावना जताई जा रही है कि एनपीपी, भाजपा और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ मिलकर मेघालय में सरकार बना सकती है. इससे पहले, संगमा ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी को वोट देने के लिए मैं राज्य की जनता का आभारी हूं. हम अब भी संख्याबल में पीछे हैं और अंतिम परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उसके बाद हम आगे के रास्ते के बारे में फैसला करेंगे.’’ वर्ष 2008 में पहली बार विधायक के रूप में चुने गए कोनराड संगमा ने फाइनेंस में एमबीए की डिग्री हासिल की है और उन्होंने 2009 तक वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया.

मुकुल संगमा की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में संगमा 2009 से 2013 तक विपक्ष के नेता थे. वर्ष 2015 में, उन्होंने गारो हिल्स स्वायत्त जिला परिषद चुनाव में अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित की. अगले वर्ष उनके पिता एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पी.ए. संगमा के निधन के बाद वह एनपीपी के अध्यक्ष बने.

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