मोदी ने लोगों से 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील की

नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने-अपने घरों में राष्ट्रध्वज फहराकर ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम को मजबूत करने की शुक्रवार को अपील की. मोदी ने ट्वीट के जरिए कहा कि यह मुहिम तिरंगे के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा करेगी. उन्होंने उल्लेख किया कि 22 जुलाई, 1947 को ही तिरंगे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाया गया था.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम आज उन सभी लोगों के साहस और प्रयासों को याद करते हैं, जिन्होंने उस समय स्वतंत्र भारत के लिए एक ध्वज का स्वप्न देखा था, जब हम औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ रहे थे. हम उनके सपने को पूरा करने और उनके सपनों के भारत का निर्माण करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल, जब हम ‘आजादी का अमृत’ महोत्सव मना रहे हैं, तो आइए ‘हर घर तिरंगा’ आंदोलन को मजबूत करें. तेरह अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने घरों में तिरंगा फहराएं या प्रर्दिशत करें. यह मुहिम राष्ट्रध्वज के साथ अपने जुड़ाव को गहरा करेगी.’’ मोदी ने तिरंगे को राष्ट्रध्वज के रूप में अपनाने संबंधी आधिकारिक संवाद की जानकारी भी ट्विटर पर साझा की. उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा फहराए गए पहले तिरंगे की तस्वीर भी ट्वीट की. सरकार ने भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम शुरू करने की योजना बनाई है.

अमित शाह ने लोगों से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में जुड़ने की अपील की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने  सिलसिलेवार ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के मद्देनजर इस अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान के तहत देशभर में लगभग 20 करोड़ घरों पर तिरंगे फहराए जाएंगे, जो हर नागरिक विशेषकर युवाओं के मन में देशभक्ति की अखंड ज्योति को और अधिक प्रखर करने का काम करेगा.’’ गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मैं सभी से अपील करता हूं कि 13 से 15 अगस्त के बीच अपने घरों पर तिरंगा फहराकर इस अभियान से जुड़ें.’’ शाह ने कहा कि इससे हम अपनी युवा पीढ़ी में तिरंगे के प्रति सम्मान और जुड़ाव को और बढ़ा पाएंगे. साथ ही उन्हें आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीरों के त्याग से अवगत करा पाएंगे.

उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज न सिर्फ हर देशवासी को एकता के सूत्र में बांधता है, बल्कि हमारे अंदर राष्ट्र के प्रति समर्पण के भाव को और प्रबल भी करता है. गृह मंत्री ने कहा कि 22 जुलाई 1947 के दिन तिरंगे के वर्तमान स्वरूप को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने की घोषणा की गई थी.

Related Articles

Back to top button