मोदी सरकार का मतलब सिर्फ भ्रष्टाचारियों को ‘सुरक्षा की गारंटी’ है: राहुल

नयी दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई से जुड़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान को लेकर सोमवार को उन पर पलटवार किया और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘भ्रष्टाचारियों का अड्डा’ बन चुकी है.
उन्होंने यह दावा भी किया कि मोदी सरकार का मतलब सिर्फ भ्रष्टाचारियों को ‘सुरक्षा की गारंटी’ है.

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश में मेरठ की रैली में विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया’ गठबंधन पर भ्रष्टाचार और भ्रष्­टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा था कि ”भ्रष्­टाचारी चाहे कितना ही बड़ा क्यों न हो, कार्रवाई होगी, जरूर होगी. जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा, ये मोदी की गारंटी है.”.

राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह भ्रष्टाचार से लड़ाई लड़ रहे हैं पर खुद असम से लेकर महाराष्ट्र तक भ्रष्टाचार की फ्रेंचाइज.ी बांट रहे हैं. उन्होंने जिसे जितना बड़ा भ्रष्टाचारी कहा, उसके लिए भाजपा कार्यालय में उतनी ही बड़ी रेड कार्पेट बिछा कर उसका स्वागत किया.” उन्होंने आरोप लगाया कि ”प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और सीबीआई जैसे संस्थानों को वसूली एजेंट बना कर चंदे का धंधा कर रही भाजपा अब भ्रष्टाचारियों का अड्डा बन चुकी है.” कांग्रेस नेता ने दावा किया, ”मोदी सरकार का मतलब सिर्फ भ्रष्टाचारियों को ‘सुरक्षा की गारंटी’ है.”

वर्तमान सरकार में राष्ट्रपति मुर्मू और कोविंद का अपमान किया गया: कांग्रेस

कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अपमान किया गया जो दलित और आदिवासी समुदायों का भी अपमान है. पार्टी नेता उदित राज ने यह दावा भी किया कि रविवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को जब राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्म ‘भारत रत्न’ प्रदान कर रही थीं तो प्रधानमंत्री मोदी बैठे हुए थे जो राष्ट्रपति पद का अपमान है.

उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ” मोदी सरकार ने पहले भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राष्ट्रपति रहने के दौरान रामनाथ कोविंद का बार-बार अपमान किया. देश का दलित और आदिवासी यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. ” उदित राज ने दावा किया कि भाजपा ने जो 400 पार का नारा दिया है, वह संविधान को खत्म करने के लिए दिया है. उन्होंने कहा, ” अगर संविधान खत्म हुआ तो जनता से उसके अधिकार छीन लिए जाएंगे.”

मनरेगा में काम के दिनों की संख्या में वृद्धि सरकार की विफलताओं का ”जीता जागता स्मारक”: कांग्रेस

कांग्रेस ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से जुड़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि पिछले वर्ष मनरेगा में काम के दिनों की संख्या में वृद्धि मोदी सरकार की विफलताओं का एक ”जीता जागता स्मारक” है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि वित्त वर्ष 2023-24 में ग.रीब ग्रामीण परिवारों द्वारा मांगे गए काम के दिनों की संख्या 305 करोड़ हो गई है जो कोविड महामारी से पहले की तुलना में 40 करोड़ अधिक है.

रमेश ने एक बयान में दावा किया, ” बेरोजग़ारी और मजदूरी का न बढ़ाना मोदी सरकार के 10 साल के ‘अन्याय काल’ की सबसे बड़ी सच्चाई है. मोदी सरकार द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि आर्थिक कुप्रबंधन, नोटबंदी, ग.लत ढंग से डिज.ाइन की गई जीएसटी और बिना किसी तैयारी के लगाए गए लॉकडाउन के जो आर्थिक संकट उत्पन्न हुए हैं, उनसे ग्रामीण भारत अभी भी जूझ रहा है.” उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय शुरू किए गए मनरेगा के तहत आर्थिक संकट होने पर भी 100 दिनों के रोजग़ार की गारंटी होती है.

रमेश का कहना है, ”यह मांग के आधार पर चलने वाला कार्यक्रम है, जिसका अर्थ है कि इसमें रोजग़ार के अवसर तभी उत्पन्न होते हैं जब बेहतर मज.दूरी का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है.” उन्होंने दावा किया, ”वित्त वर्ष 2023-24 में ग.रीब ग्रामीण परिवारों द्वारा मांगे गए काम के दिनों की संख्या 305 करोड़ हो गई है. यह संख्या महामारी से पहले की तुलना में 40 करोड़ अधिक है. आज भारत में नौकरियों की इतनी भारी कमी है कि हमारे ग.रीबों को रोजग़ार के आख.रिी विकल्प की ओर ही जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.”

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