मोदी का करिश्मा, शाह की रणनीति और चौहान की लाडली बहना योजना से भाजपा मध्य प्रदेश में शानदार जीत की ओर अग्रसर

भोपाल. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करिश्मा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी ‘लाडली बहना योजना’ से भाजपा प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत की ओर अग्रसर है. यह योजना इस साल 10 जून को लागू की गई जिसके तहत महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये देने से शुरुआत हुई. लाडली बहना योजना के अंतर्गत प्रदेश के 2.72 करोड़ महिला मतदाताओं में से 1.31 करोड़ महिलाओं को वर्तमान में 1,250 रुपये प्रति माह दिया जा रहा है. चौहान ने सत्ता में वापस आने पर इस योजना के तहत राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर प्रतिमाह 3,000 रुपये करने का वादा किया था. यह योजना भी कांग्रेस के सत्ता में आने के सपनों पर पानी फिरने की बड़ी वजह रही.

मध्य प्रदेश की 230 सीट पर हुए चुनाव में खबर लिखे जाने तक भाजपा ने चार सीट जीत ली हैं और 162 सीट पर आगे है, जबकि कांग्रेस 62 सीट पर, बहुजन समाज पार्टी एक सीट पर आगे है. भारत आदिवासी पार्टी ने एक सीट पर जीत हासिल की है. चुनाव की घोषणा के बाद मोदी ने प्रदेश में 14 जनसभाओं को संबोधित करने के साथ-साथ एक रोड शो भी किया. मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के लिए भाजपा ने प्रधानमंत्री के करिश्मे पर काफी भरोसा किया है. उनकी रैली में भारी भीड़ उमड़ी. पार्टी के इस चुनाव प्रचार में ‘एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी’ मुख्य नारा रहा.

भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर के मद्देनजर मध्यप्रदेश में सबसे लंबे समय तक सेवारत मुख्यमंत्री चौहान को अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया था. 17 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक कांग्रेस शासन को छोड़कर भाजपा आठ दिसंबर 2003 से करीब उन्नीस साल से राज्य में सत्ता में है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मोदी ने तीन चुनावी रैलियों को संबोधित किया और एक रोड शो का नेतृत्व किया, जबकि शाह ने भी ऐसा ही किया.

भाजपा के ‘चाणक्य’ माने जाने वाले शाह ने राज्य का व्यापक दौरा किया. टिकट बंटवारे के बाद असंतोष को दूर करने के लिए वह एक बार तीन दिन तक मध्यप्रदेश में रहे. उन्होंने बागियों को चुनाव मैदान से अपना नाम वापस लेने के लिए मजबूर किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित किया. सितंबर में शाह ने चुनाव प्रबंधन को नियंत्रित करने और रणनीतियों को तैयार करने का कठिन काम अपने ऊपर ले लिया. सत्ता विरोधी लहर को दूर रखने के लिए उन्होंने चौहान को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश नहीं किया.

भाजपा के 2003 में सत्ता में आने के बाद यह पहला मौका था जब भाजपा ने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चेहरा पेश नहीं किया. चौहान को चुनाव से पहले जनता तक पहुंचने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा का नेतृत्व करने के अवसर से भी वंचित कर दिया गया था. इसके बजाय, राज्य के पांच अलग-अलग इलाकों से पांच जन आशीर्वाद यात्राएं निकाली गईं, जिन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं केंद्रीय मंत्रीगण अमित शाह, नितिन गडकरी एवं राजनाथ सिंह ने हरी झंडी दिखाई.

शाह ने मध्य प्रदेश के लिए योजना बनाते समय कई समीकरणों का ध्यान रखा. मध्यप्रदेश में भाजपा 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में मामूली अंतर से कांग्रेस से हार गई थी, जिसके चलते कमलनाथ के नेतृत्व में तब कांग्रेस सरकार बनी थी. लेकिन 15 महीने बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ करीब 22 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गये थे, जिसके चलते कांग्रेस सरकार गिर कर 23 मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में फिर भाजपा सत्ता में वापस आई.

सिंधिया ने भाजपा को बढ़त का श्रेय पार्टी की ‘डबल इंजन’ सरकार और कल्याणकारी नीतियों को दिया

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बढ़त पर रविवार को कहा कि लोगों ने केंद्र और राज्य में पार्टी की ‘डबल इंजन’ सरकार को उसकी कल्याणकारी और विकास की नीतियों के कारण ‘आशीर्वाद’ दिया है.

निर्वाचन आयोग के पास उपलब्ध नवीनतम रुझानों के अनुसार, मध्य प्रदेश की कुल 230 सीट में से भाजपा 161 सीट पर आगे है, जबकि कांग्रेस को 66 सीट पर बढ़त प्राप्त है. सिंधिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”मैंने आपसे हमेशा कहा है कि जहां तक मध्य प्रदेश का सवाल है, कल्याणकारी एवं विकासोन्मुखी नीतियों के कारण लोगों ने (केंद्र में) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार को अपना पूरा आशीर्वाद दिया है.” राज्य में सत्ता में आने के कांग्रेस के दावे के बारे में पूछे जाने पर, सिंधिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि उन्होंने सुना है कि ‘लड्डुओं’ का स्टॉक किया गया था और यहां तक कि पोस्टर एवं बैनर भी चिपकाए गए थे.

उन्होंने कहा, ”मैंने हमेशा कहा है कि नतीजों का इंतजार करना बेहतर है और मुझे हमेशा लोगों का आशीर्वाद मिलने का भरोसा रहा. मैं भाजपा की सफलता के लिए राज्य की पूरी जनता नमन करता हूं.” राजनीतिक मामलों पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा उनके खिलाफ की गई कुछ टिप्पणियों का जिक्र करते हुए सिंधिया ने कहा, ”मैं दिग्विजय सिंह के श्राप का स्वागत करता हूं और उनके प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.”

वैष्णव ने भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के प्रति लोगों के विश्वास को दिया

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का अच्छा प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के प्रति लोगों का विश्वास और गरीबों के प्रति उनकी चिंता का परिणाम है. वैष्णव ने कहा कि लोग जानते हैं कि केवल मोदी ही भारत को विकसित राष्ट्र बना सकते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का अच्छा प्रदर्शन केंद्र और राज्य में पार्टी की ‘डबल इंजन सरकार’ द्वारा किए गए विकास कार्यों का भी परिणाम है.

‘डबल इंजन’ वाक्यांश का इस्तेमाल भाजपा द्वारा केंद्र और राज्य स्तर पर अपनी पार्टी की सरकारों के लिए किया जाता है. मतगणना के दोपहर तक के रुझानों से पता चला है कि भाजपा मध्य प्रदेश में आसानी से सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर है क्योंकि वह 230 सदस्यीय विधानसभा में 162 सीट पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस सिर्फ 66 सीट पर आगे है.

वैष्णव ने संवाददाताओं से कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काम के साथ-साथ मप्र में भाजपा सरकार द्वारा किए गए काम के प्रति लोगों के विश्वास को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यह ‘डबल इंजन’ सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किए गए काम के प्रति विश्वास है. उन्होंने कहा, ”आज लोगों को प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी पर भरोसा है और हर व्यक्ति का मानना है कि केवल वह ही भारत को एक विकसित राष्ट्र बना सकते हैं. केवल प्रधानमंत्री को गरीबों की चिंता है और यह विश्वास आज देश में दिखाई दे रहा है.”

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