मोदी का ‘400 पार’ का दावा खोखला, ‘इंडिया’ गठबंधन को सरकार बनाने के लिए मिलेगा स्पष्ट बहुमत: बघेल

नई दिल्ली/राजनांदगांव. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘400 पार’ के दावे को ‘खोखला’ बताते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राम मंदिर का मुद्दा उठाने से लोकसभा चुनाव में कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को अगली सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत मिलेगा.

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री मोदी बनाम ‘संपूर्ण भारत’ होंगे. उन्होंने भरोसा जताया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को केंद्र में सरकार बनाने के लिए लोकसभा चुनाव के बाद स्पष्ट बहुमत मिलेगा, जबकि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से आधी से ज्यादा पर जीत मिलेगी.

बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के इस दावे को ‘खोखला’ बताया कि भाजपा लोकसभा चुनाव में कम से कम 370 सीट जीतेगी और राजग ‘400 के पार’ जाएगा. क्या जनता दल-यूनाइडेट (जदयू) नेता नीतीश कुमार के राजग में चले जाने और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बावजूद ‘इंडिया’ गठबंधन भाजपा से मुकाबले के लिए मजबूत है, इसके जवाब में बघेल ने कहा, ”हमारे स्वाभाविक गठबंधन सहयोगी हमारे साथ हैं. वास्तव में हमारे गठबंधन का विस्तार हुआ है, जिसमें उद्धव ठाकरे, प्रकाश आंबेडकर और कई छोटे दल शामिल हुए हैं.”

उन्होंने दावा किया, ”इसलिए हमारा गठबंधन मजबूत है. दरअसल तनाव तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन खेमे में है. आप हरियाणा में देख सकते हैं, बिहार में चाचा-भतीजे (चिराग पासवान और पशुपति पारस) के बीच खींचतान चल रही है, उत्तर प्रदेश में भी (ओम प्रकाश) राजभर और अपना दल सीट बंटवारे से नाराज हैं. इसलिए हमें नहीं लगता कि कोई उनके साथ जाएगा और अधिक लोग उनका गठबंधन छोड़ रहे हैं.” उत्तर भारत में राम मंदिर की लहर की धारणाओं पर बघेल ने कहा कि भाजपा नारा लगा रही है कि ”जो राम को लाये हैं, उसको हम लाएंगे”, लेकिन सभी भगवान की ही संतान हैं.

उन्होंने राजनांदगांव में अपने प्रचार अभियान के दौरान टेलीफोन बातचीत में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”ये लोग राम को लाने वाले कौन होते हैं. इससे (इस चुनाव में) कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा.” राजनांदगांव को भाजपा का गढ़ माना जाता है तो क्या इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने पर कोई जोखिम नहीं है, इस प्रश्न के जवाब में बघेल ने कहा कि कोई खतरा नहीं है.

उन्होंने कहा, ”आसानी से जीत मिलेगी. यह बहुत अच्छी सीट है. भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह यहां से सांसद रहे थे लेकिन उनसे पहले एक और पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा भी यहां से सांसद रहे थे. यह इस बात पर निर्भर है कि लड़ाई कैसे लड़ी जाती है.” कांग्रेस नेता ने माना कि छत्तीसगढ़ की स्थापना के बाद से लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को दो से अधिक सीटों पर जीत नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि इसके अनेक कारण रहे हैं.

उन्होंने कहा, ”लेकिन अभी स्थिति यह है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों ने लोगों को चौंका दिया, उन्हें लगा कि ‘यह कैसे हो गया’. लोगों के दिलों में तो था कि सरकार दोबारा बननी चाहिए. इसलिए लोगों के मन में जो मलाल है कि सरकार दोबारा नहीं बन सकी, उसका फायदा हमें छत्तीसगढ़ में इन चुनावों में मिलेगा.” बघेल ने दावा किया कि उत्तर भारत में भाजपा के पक्ष में कोई लहर नहीं है.
उन्होंने कहा, ”अगर कोई लहर होती तो उसके नेता नाम घोषित होने के बाद उम्मीदवारी से हाथ नहीं खींचते. जयंत चौधरी (रालोद) से गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ती. इसके पीछे क्या मंशा है?”

बघेल ने कहा, ”उन्होंने चुनाव के समय कुछ दिन के अंतर पर पांच लोगों को ‘भारत रत्न’ सम्मान देने की घोषणा की. यह उनके डर को दिखाता है कि वे बेचैन हैं और भाजपा नेताओं के बयानों से यह पता भी चलता है.” उन्होंने चुनावी बॉण्ड मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा.

बघेल ने कहा, ”वह (मोदी) कहते थे कि मैं भ्रष्टाचार को समाप्त कर दूंगा. यह सबसे बड़ा घोटाला है जो सबके सामने है. वे इसे मीडिया में आने से रोक रहे हैं. किसी हिंदी अखबार में इसके बारे में नहीं छपा. आप जितना छिपाना चाहेंगे, लोग उतना ही जानकारी पाने की कोशिश करेंगे. कोई यदि किसी चीज को छिपाता है तो यह सोशल मीडिया पर और ज्यादा फैलती है.” उन्होंने आरोप लगाया, ”यह बड़ा मुद्दा है क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपनी छवि इस तरह पेश की थी कि ‘मैं बहुत ईमानदार हूं’ लेकिन अब पता चला है कि यह दशक का सबसे बड़ा घोटाला है. इसमें भ्रष्टाचार, जबरन वसूली शामिल है. चंदा दो, धंधा लो.” बघेल ने आरोप लगाया कि पहले ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों से कंपनियों की जांच कराई जाती है और चंदा मिलने के बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती.

उन्होंने कहा, ”विपक्षी नेताओं के साथ भी यही हो रहा है. उनके खिलाफ आरोप लगाये जाते हैं और जांच एजेंसियों को उनके पीछे लगा दिया जाता है और जब वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो वे ‘मोदी वॉशिंग मशीन’ में साफ हो जाते हैं.” कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि कोई अपनी बनी हुई छवि के विरुद्ध काम करता है तो लोग इसे पसंद नहीं करते.
बघेल ने दावा किया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी उन्हें बदनाम करने के लिए दर्ज कराई गई थी क्योंकि भाजपा को चुनाव में हार की आशंका थी.

उन्होंने कहा, ”पूरे देश में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई. छत्तीसगढ़ में प्राथमिकी दर्ज की गई थी और 450 से अधिक गिरफ्तारियां की गईं, लैपटॉप, मोबाइल जब्त किए गए, 1000 से अधिक बैंक खाते और 200 से अधिक एटीएम कार्ड जब्त किए गए. इस तरह हमने कार्रवाई की. आरोप लगाया जा रहा है कि मैं ‘प्रोटेक्शन मनी’ ले रहा था, अगर ऐसा है तो मैं कार्रवाई क्यों करता.” उन्होंने कहा, ”महादेव ऐप भाजपा शासित राज्यों में भी चलाया जा रहा है तो जब वे कार्रवाई नहीं कर रहे हैं तो उन्हें ‘प्रोटेक्शन मनी’ मिल रही होगी. दो निदेशक हैं, वे विदेश में हैं, हमने लुकआउट सर्कुलर जारी किया और उन्हें पकड़ना केंद्र की जिम्मेदारी थी.”

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