मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज की : किरीट सोमैया

मुंबई. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने मंगलवार को दावा किया कि ब्रांदा थाने में उनके नाम से एक फर्जी प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिस पर उन्होंने हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा मुबंई पुलिस आयुक्त के कहने पर किया गया.

शिवसेना के समर्थकों ने गत शनिवार की रात सोमैया की ‘एसयूवी’ (कार) पर उस समय जूते और पानी की बोतलें फेंकी थीं, जब वह मुंबई में खार पुलिस थाने से निकल रहे थे. वह गिरफ्तार किये गये निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा से मिलने शनिवार को पुलिस थाना गए थे.

सोमैया ने मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय पांडे के खिलाफ जांच किए जाने की मांग उठायी और कहा कि वह बुधवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत ंिसह कोश्यारी से मुलाकात कर इस तरह की गतिविधियों की जानकारी उन्हें देंगे.
सोमैया ने मंगलवार को खार थाने में एक शिकायत दर्ज करायी और उनके नाम पर फर्जी प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के मामले में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ जांच की मांग की. सोमैया ने खार थाने में अपना बयान दर्ज कराया.

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेता सोमैया अपने वकील के साथ खार थाने पहुंचे. उन्होंने बताया कि खार में घटना (सोमैया की कार पर हमला) होने के चलते फर्जी प्राथमिकी से जुड़े मामले की जांच बांद्रा पुलिस स्टेशन ने खार थाने को सौंप दी है. सोमैया ने संवाददाताओं से कहा कि उनके नाम पर फर्जी शिकायत दर्ज कराने के मामले में संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में एक प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए.

खार थाने के बाहर सोमैया ने पत्रकारों के सामने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन पर हमला करने के लिए कुछ ‘‘गुंडों’’ को भेजा था. भाजपा नेता ने थाने में दाखिल होने से पहले कहा, ‘‘उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुंबई पुलिस ने मेरे नाम पर एक फर्जी प्राथमिकी दर्ज की है, उस पर मैंने हस्ताक्षर नहीं किए हैं. क्या मुंबई पुलिस के आयुक्त संजय पांडे को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है? मैं यहां पुलिस द्वारा दर्ज की गई फर्जी प्राथमिकी के खिलाफ असली प्राथमिकी दर्ज कराने आया हूं.’’

बाद में सौमेया ने दावा किया कि खार थाने के अधिकारियों ने यह स्वीकार किया है कि बांद्रा थाने में सोमवार को ”फर्जी प्राथमिकी पुलिस आयुक्त संजय पांडे के निर्देश पर दर्ज की गई थी.” एक अधिकारी ने पहले बताया था कि मुंबई पुलिस ने शनिवार देर रात सोमैया के चालक के खिलाफ कथित तौर पर लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी. इस घटना में शिवसेना के एक पार्षद और पार्टी के एक कार्यकर्ता को मामूली चोटें आईं थी. मुंबई पुलिस ने सोमैया की कार पर हमले के सिलसिले में शहर के पूर्व महापौर विश्वनाथ महादेश्वर सहित शिवसेना के चार सदस्यों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया था. गौरतलब है कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा से मिलकर लौट रहे सोमैया की कार पर पिछले हफ्ते कथित तौर पर हमला किया गया था.

राणा दम्पति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था. इसके बाद दम्पति ने अपनी योजना रद्द कर दी थी, लेकिन गत शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि सोमैया को पता होना चाहिए कि गिरफ्तार व्यक्ति केवल अपने कानूनी सलाहकार या रिश्तेदारों से ही मिल सकते हैं और भाजपा नेता का राणा दम्पति से मिलने के लिए थाने जाने का कोई मतलब नहीं बनता.

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