भूकंप से तबाह हुआ म्यांमार, मृतकों की संख्या 1000 से ऊपर…

म्यांमार: म्यांमार में शुक्रवार (28 मार्च) को आए भूकंप ने तबाही मचा दी है. ताजा जानकारी के मुताबिक मरने वालों की संख्या 1000 को पार गई है. इस बात की जानकारी सत्तारूढ़ पार्टी जुंता ने दी है.

उन्होंने शनिवार (29 मार्च) को बताया की भूकंप में अब तक 2,376 लोग घायल हो चुके हैं. यह शक्तिशाली भूकंप शुक्रवार (28 मार्च) की दोपहर को म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पश्चिम में आया था. इसकी तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसका असर राजधानी नेपीताव सहित अन्य प्रमुख जगहों पर भी महसूस किया गया.

मांडले, जो म्यांमार का महत्वपूर्ण आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र है, इस भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित हुआ. राजधानी सहित कई इलाकों में भवनों के ढहने और इमारतों को नुकसान पहुंचने की खबरें आ रही हैं. इस विनाशकारी भूकंप के बाद, खोज और बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है, लेकिन अधिकारियों ने यह चेतावनी दी है कि मलबे के नीचे अब भी कई लोग फंसे हो सकते हैं. ऐसे में हताहतों की संख्या में वृद्धि की आशंका है. बचाव दल और स्थानीय अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जितना संभव हो सके, लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके.

प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति

भूकंप ने म्यांमार के विभिन्न हिस्सों में तबाही मचाई है, विशेष रूप से मांडले क्षेत्र में. नेपीताव, म्यांमार की राजधानी, भी इस झटके से अछूती नहीं रही, जहां नागरिकों ने भूकंप के झटके महसूस किए. म्यांमार में आपातकालीन सेवाओं की कमी और सीमित संसाधनों के चलते प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

भविष्य की चुनौतियां

इस आपदा ने न केवल लोगों के जीवन को तबाह किया है, बल्कि बुनियादी ढांचे को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में म्यांमार को राहत और पुनर्निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता की जरूरत होगी. जुंटा सरकार इस संकट का सामना करने के लिए अपने संसाधनों को जुटा रही है, लेकिन मलबे में दबे लोगों को निकालने और प्रभावित इलाकों में राहत पहुंचाने की प्रक्रिया अभी जारी है. इस दौरान दुनिया भर के देश मदद के लिए आगे आ चुके हैं. भारत ने पहले ही 15 टन राहत सामग्री पहुंचा दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मदद की घोषणा की है.

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