‘इंडिया फोबिया’ के अपने एजेंडे को ‘इस्लामोफोबिया’ का रूप मत दीजिए : नकवी

नयी दिल्ली. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पाकिस्तानी मूल की ब्रिटिश सांसद नाज शाह की भारत में कथित ‘इस्लामोफोबिया’ (इस्लाम के प्रति दुराग्रह) को लेकर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें ‘इंडिया फोबिया’ (भारत के प्रति दुराग्रह) के अपने पूर्वाग्रही एजेंडे को ‘इस्लामोफोबिया’ का रूप नहीं देना चाहिए.

नाज शाह ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के भारत दौरे का हवाला देते हुए ट्वीट किया था कि जॉनसन को भारत में ‘इस्लामोफोबिया’ का मुद्दा नरेंद्र मोदी सरकार के समक्ष उठाना चाहिए. नकवी ने उनके ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा, ‘‘कृपया, ‘इंडिया फोबिया’ के अपने पूर्वाग्रही एजेंडे को ‘इस्लामोफोबिया’ का रूप मत दीजिए. भारत में अल्पसंख्यकों समेत सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं. सह-अस्तित्व हमारी प्रतिबद्धता है और हमारी संस्कृति समावेशी है.’’

ब्रिटेन की लेबर पार्टी की सांसद नाज शाह ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘‘भारत दौरे पर पहुंचे बोरिस जॉनसन के लिए मेरा यह संदेश है कि हमारे राष्ट्र के विदेशी संबंध सिर्फ व्यापार और अंतरराष्ट्रीयतावाद पर आधारित नहीं होने चाहिए, बल्कि यह मानवाधिकारों पर भी आधारित होना चाहिए. प्रधानमंत्री कार्यालय (ब्रिटिश) से मेरा आग्रह है कि मोदी सरकार के साथ इस्लामोफोबिया का मुद्दा उठाया जाए.’’

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