पाकिस्तान में न सेना और न ही बाहरी मुल्क कर सकता है लोकतंत्र की रक्षा: इमरान खान

इस्लामाबाद. इमरान खान ने पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव कराने का मंगलवार को आ’’ान किया और कहा कि कोई भी सेना या बाहरी मुल्क उनके देश में लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर सकता. संसद में अविश्वास प्रस्ताव हारने के कुछ दिन बाद अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल पाकिस्तान के लोग ही अपनी स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक संस्थानों की पवित्रता की रक्षा कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि कोई भी सेना या बाहरी मुल्क पाकिस्तान में लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर सकता. पाकिस्तान 1947 में अपने गठन के बाद से कई शासन परिवर्तन और सैन्य तख्तापलट के साथ राजनीतिक अस्थिरता से जूझता रहा है. किसी भी प्रधानमंत्री ने कभी भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है.

क्रिकेटर से नेता बने 69 वर्षीय खान ने यह भी घोषणा की कि वह बुधवार को पेशावर में एक बैठक करेंगे. उन्होंने कहा, “विदेश द्वारा उकसाए गए शासन परिवर्तन के माध्यम से हटाए जाने के बाद यह मेरा पहला जलसा होगा.” उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “मैं चाहता हूं कि हमारे सभी लोग आएं, क्योंकि पाकिस्तान एक स्वतंत्र, संप्रभु राज्य के रूप में बनाया गया था, न कि विदेशी शक्तियों की कठपुतली राज्य के रूप में.” खान ने संयुक्त विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का हवाला देते हुए फिर दावा किया कि पाकिस्तान पर एक “बड़ी साजिश” थोपी गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अपदस्थ कर दिया गया.

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