NGT ने बस्तर में मिट्टी की खदान धंसने के मामले में तथ्यान्वेषी समिति का किया गठन

नयी दिल्ली. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दो दिसंबर को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में मिट्टी की खदान धंसने के हादसे में पीड़ित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया है. जिले के नगरनार थाना क्षेत्र के मालगांव गांव में खदान का एक हिस्सा ढहने से पांच महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गए थे. अधिकरण ने इस घटना की एक रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया था.

अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए के गोयल की पीठ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पीड़ितों को राहत प्रदान करने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अधिकरण के हस्तक्षेप की आवश्यकता है. पीठ ने कहा, ‘‘हम प्रमुख सचिव (पर्यावरण), छत्तीसगढ़ को अध्यक्ष और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड (सीईसीबी), जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), बस्तर को सदस्यों के रूप में शामिल करते हुए एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन करते हैं.’’

पीठ ने कहा कि समिति को दो सप्ताह के भीतर बैठक करने, घटनास्थल का दौरा करने, संबंधित हितधारकों के साथ बातचीत करने और घटना के कारण तथा इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है. उसने कहा कि समिति को दो महीने के भीतर एक तथ्यात्मक और कार्रवाई की गई रिपोर्ट सौंपनी है. रिपोर्ट में पीड़ितों का विवरण और उन्हें प्रदान की गई राहत, यदि कोई हो, भविष्य के निवारक उपायों का विवरण होना चाहिए. अधिकरण ने मामले की अगली सुनवाई की तिथि 20 मार्च तय की.

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