रंग बदलने में ‘गिरगिट’ को कड़ी टक्कर दे सकते हैं नीतीश : कांग्रेस

नीतीश के राजग में जाने का 'इंडिया' गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा : रमेश

नयी दिल्ली/किशनगंज/पुणे. कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी करने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सोमवार को एक बार फिर से निशाना साधा और कहा कि वह रंग बदलने में ‘गिरगिट’ को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह कटाक्ष भी किया कि अब ‘आया कुमार, गया कुमार’ हो गया है. नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.

जयराम रमेश ने तंज कसते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार जी अपना मफलर राज भवन में भूल गए. आधे रास्ते से वापिस लौटकर लेने आए, तो राज्यपाल जी चौंक गए कि इस बार तो 15 मिनट भी नहीं हुए.” उन्होंने कहा, ”गिरगिट को भी करनी पड़ी नए रंग की खोज, ये शूर वीर बदलते हैं, इतने रंग रोज.” ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर में पत्रकारों से बात करते हुए रमेश ने कहा, ”मैं क्या कह सकता हूं? मैंने कल कहा था, ‘आया कुमार, गया कुमार’. नीतीश कुमार गिरगिट को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.” रमेश के अनुसार नीतीश कुमार बार-बार इस्तीफा देते रहते हैं और अपना ‘राजनीतिक रंग’ बदलते रहते हैं.

कांग्रेस नेता ने कहा कि कुमार ने ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठकों में हिस्सा लिया, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया कि वह विपक्ष को ”धोखा” देने जा रहे हैं. रमेश ने कहा, “उन्होंने (कुमार) हमें धोखा दिया है. सही समय पर बिहार की जनता उन्हें अपने इशारों पर नचाने वाले प्रधानमंत्री को करारा जवाब देगी.” कुमार पर निशाना साधते हुए रमेश ने रविवार को कहा था कि यह स्पष्ट है कि पार्टी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से ध्यान भटकाने के लिए एक ”राजनीतिक नाटक” किया गया है.

नीतीश के राजग में जाने का ‘इंडिया’ गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा : रमेश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘महागठबंधन’ को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में जाने से विपक्षी गठजोड़ ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान किशनगंज में संवाददाताओं से बातचीत में रमेश ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब ‘आया कुमार, गया कुमार’ हैं.

नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने को लेकर कांग्रेस नेता ने कहा, ”इसका ‘इंडिया’ गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा…बिल्कुल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. बहुत नेता इस बात को लेकर (राहत की) सांस ले रहे हैं कि यह आदमी नहीं है, चला गया.” रमेश ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जमाने में जो सुशासन के प्रतीक हुआ करते थे वो वह अब ‘पलटी के प्रतीक’ बन गए हैं.
उन्होंने कहा कि अब ‘आया राम, गया राम’ नहीं है, बल्कि यह ‘आया कुमार, गया कुमार’ है.

रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि ”नीतीश कुमार द्वारा विश्वासघात” की पूरी भूमिका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रची गई थी.
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में बैठे ‘झूठ के जगतगुरू’ और पटना में बैठे ‘विश्वासघात के विशेषज्ञ’ के बीच जुगलबंदी है. रमेश ने कहा, ”नीतीश कुमार पिछली बैठकों में हमारे साथ थे, लेकिन कल जो हुआ है वो सही नहीं है. एक राजनेता को लोगों ने मौसम वैज्ञानिक कहा था, लेकिन नीतीश कुमार मौसम वैज्ञानिक नहीं, बल्कि राजनीतिक गिरगिट हैं.” उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आगामी चुनाव में जवाब देगी.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर रमेश ने कहा, ”नरेन्द्र मोदी जी प्रतिशोध की राजनीति करते है. विरोधियों के खिलाफ सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जिनके खिलाफ एजेंसियों को लगाना चाहिए उन्हें अपनी वाशिंग मशीन में डाल देते हैं.” उन्होंने कहा, ”हम डरने वाले नहीं हैं. हम ईडी और सीबीआई का सहारा लेने वाली सरकार के खिलाफ लड़ेंगे.” कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ झारखंड में प्रवेश करने वाली है तो सोरेन के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सीटों के बंटवारे को लेकर तृणमूल कांग्रेस के साथ बातचीत हो रही है. रमेश ने कहा कि सोमवार सुबह ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के किशनगंज जिले में पहुंचने के बाद कांग्रेस को यहां की जनता से जबरदस्त समर्थन मिला है. राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यह यात्रा पश्चिम बंगाल से बिहार में दाखिल हुई है. नीतीश कुमार ने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार का गठन किया. उन्होंने करीब दो दशक के दौरान नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. नीतीश ‘इंडिया’ गठबंधन के सूत्रधार थे. उनकी पहल पर ही पिछले साल जून में विपक्षी एकजुटता और फिर इस गठबंधन की बुनियाद रखी गई थी.

नीतीश कुमार की राजग में वापसी से ‘इंडिया’ गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा: संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापसी से विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और दावा किया कि कांग्रेस कुमार को विपक्षी दलों के गठबंधन का संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में थी. राउत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में नीतीश कुमार को ”पलटू राम” करार दिया.

जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रविवार को नाटकीय उलटफेर के बाद रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उन्होंने महागठबंधन और विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ राज्य में एक नयी सरकार बनाई, जिससे वह 18 महीने से भी कम समय पहले अलग हुए थे. राउत ने कहा कि जिस तरह से कुमार ने ‘इंडिया’ गठबंधन को छोड़ा वह दुर्भाग्यपूर्ण है.

राज्यसभा सदस्य ने कहा, ”अगर कोई सोचता है कि नीतीश कुमार के जाने से राष्ट्रीय (इंडिया) गठबंधन में दरार पैदा हो जाएगी तो यह सही नहीं है. वास्तव में ऐसे लोगों के जाने से संगठन और दृढ़ होगा और ‘इंडिया’ गठबंधन भी मजबूत होगा.” उन्होंने कहा, ”वहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव हैं और वे ‘इंडिया’ गठबंधन को मजबूत बनाएंगे, जो कुमार के गठबंधन से बाहर होने तक बिहार के उप मुख्यमंत्री थे.”

राउत ने कहा कि ”नीतीश का मतलब बिहार नहीं है” और उन्होंने साथ ही सवाल किया कि क्या राज्य के लोगों को यह पसंद आएगा कि एक व्यक्ति एक ही कार्यकाल में कई बार (मुख्यमंत्री के रूप में) शपथ ले? उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार भाजपा का असली चेहरा नहीं जानते और वह (भाजपा) उन्हें खत्म करने जा रही है.

उन्होंने कहा, ”यह बिहार की पहचान खत्म करने की भाजपा की चाल है… नीतीश का मतलब बिहार नहीं है. महाराष्ट्र में भी उन्होंने (मुख्यमंत्री) एकनाथ शिंदे के साथ प्रयोग किया, लेकिन शिंदे का मतलब महाराष्ट्र नहीं है या (उपमुख्यमंत्री) अजित पवार का मतलब महाराष्ट्र नहीं है.” राउत ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के विपक्षी गठबंधन से बाहर निकलने में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है.
उन्होंने दावा किया, ”कांग्रेस तो नीतीश को ‘इंडिया’ गठबंधन का संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में थी.” उन्होंने कहा, ”कांग्रेस ने हमारे साथ चर्चा की थी लेकिन साथ ही यह जानकारी भी आ रही थी कि नीतीश का भाजपा के साथ कोई गुप्त समझौता हो रहा है. राजनीति में हर कोई हर किसी के बारे में जानकारी रखता है.” राउत ने नीतीश कुमार को ”पलटू राम” करार दिया और पूछा कि वह कितनी बार पाला बदलते रहेंगे.

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”उन्हें (नीतीश) सर्कस में जाना चाहिए. सर्कस में अच्छे दिन आएंगे. उन्हें पलटू राम सर्कस बनाना चाहिए और भाजपा को उसका रिंगमास्टर बनना चाहिए.” नीतीश कुमार को ”मानसिक और राजनीतिक रूप से”’ परेशान व्यक्ति करार देते हुए राउत ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उनके करीबी एक व्यक्ति ने कहा कि वह ”आंशिक रूप से याददाश्त खोने” की समस्या से पीड़ित हैं.

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”वह भूल गए होंगे कि वह ‘इंडिया’ गठबंधन में थे. जब उनकी याददाश्त वापस आ जाएगी तो उन्हें पता चल जाएगा कि वह दूसरे गुट में हैं और वापस आ जाएंगे. इसे अल्जाइमर (बीमारी) कहा जाता है.” शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) नेता ने यह भी दावा किया कि कुमार और भाजपा ने बिहार में विश्वसनीयता खो दी है.

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