रेल किराया निर्धारित करने के लिए समिति गठित करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं : वैष्णव

 नयी दिल्ली. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि रेल किराया निर्धारित करने के लिए समिति गठित करने का कोई प्रस्ताव अभी विचाराधीन नहीं है. वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विभिन्न चैनल से प्राप्त जानकारी के आधार पर यात्री किरायों को युक्तिसंगत बनाना सतत एवं चालू प्रक्रिया है तथा इस समय, रेल किराया निर्धारित करने के लिए प्रशुल्क समिति गठित करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है.

मंत्री ने कहा कि किराया सहित विभिन्न यात्री संबंधी नीतियों के संबंध में विभिन्न मंचों, जैसे- यात्री संघ, स्टेशन, मंडल, क्षेत्रीय स्तरों पर गठित सलाहकार समितियों आदि के माध्यम से निरंतर फीडबैक प्राप्त होती रहती है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल विभिन्न वर्गों के यात्रियों की यात्रा ज.रूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न श्रेणियों की रेल सेवाओं का परिचालन करती है. इसके अलावा, यह समाज के सभी वर्गों को किफायती सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करती है. वैष्णव ने कहा, ”वर्ष 2019-20 में यात्री टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है. यह रेल में यात्रा करने वाले प्रत्येक यात्री के लिए औसतन 53 प्रतिशत की रियायत के बराबर है. यह सब्सिडी सभी यात्रियों के लिए लागू है.”

विभिन्न स्टेशनों पर रेलगाड़ियों का ठहराव समाप्त करने का कोविड से कोई संबंध नहीं : वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि विभिन्न स्टेशनों और ‘हॉल्ट’ पर रेलगाड़ियों का ठहराव समाप्त किए जाने का कोविड महामारी से कोई संबंध नहीं है और यह फैसला पूरी तरह से रखरखाव एवं सुरक्षा से जुडा है. वैष्णव ने कहा कि सुरक्षा एवं अन्य जरूरतों के मद्देनजर रेल पटरियों के रखरखाव की जरूरत होती है और उसे ध्यान में रखते हुए यह कठिन फैसला किया गया. उन्होंने कहा कि इस फैसले से यात्रियों को असुविधा हुई है लेकिन विभिन्न जरूरतों के मद्देनजर यह आवश्यक फैसला था.

उन्होंने कहा कि पर्याप्त रखरखाव नहीं होने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. रेल मंत्री ने कहा कि इस सरकार का जोर यात्रियों की सुरक्षा के साथ सुविधाएं बढाने एवं नयी पटरियां बिछाने पर रहा है और पिछले नौ साल में करीब 21,000 किलोमीटर पटरी बिछायी गयी है. उन्होंने कहा कि क्षमता बढ़ने के साथ ही नयी ट्रेन शुरू की जाएंगी जिससे यात्रियों को सहूलियतें होंगी. रेल मंत्री उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे.

कोविड महामारी के प्रसार पर काबू पाने के लिए 23 मार्च 2020 से सभी नियमित यात्री रेलगाड़ियों को बंद कर दिया गया था और केवल स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई जा रही थीं. नवंबर-2021 से मेल एवं एक्सप्रेस रेलगाड़ी सेवाओं को युक्तिसंगत समय-सारणी के अनुसार और उनकी नियमित रेलगाड़ी संख्याओं के साथ चलाया जा रहा है.

मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेल ने अन्य बातों के साथ-साथ रखरखाव गलियारा ब्लॉक का सृजन करके बेहतर यात्री संरक्षा उपलब्ध कराने, मौजूदा समय-सारणी में विरोधाभासों का न्यूनीकरण करने आदि के लिए आईआईटी-मुबंई की सहायता से समय-सारणी को युक्तिसंगत बनाया है.

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