पल्ली गांव देश की पहली ‘कार्बन न्यूट्रल पंचायत’ बना

पल्ली. जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती सांबा जिले में स्थित पल्ली गांव रविवार को देश की पहली ‘शून्य कार्बन डाईआॅक्साइड उत्सर्जन वाली (कार्बन न्यूट्रल) पंचायत’ बन गया जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिकॉर्ड करीब तीन हफ्तों में लगाए गए 500 किलोवॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र को देश को सर्मिपत किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि पल्ली ने देश को ‘कार्बन न्यूट्रल’ राष्ट्र का लक्ष्य हासिल करने का रास्ता दिखाया है.

उन्होंने यहां कहा, ‘‘पल्ली में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र के उद्घाटन के साथ यह गांव शून्य कार्बन डाईआॅक्साइड उत्सर्जन वाली देश की पहली पंचायत बनने जा रहा है. पल्ली के लोगों ने दिखा दिया कि ‘सबका प्रयास’ क्या कर सकता है.’’ मोदी ने कहा, ‘‘पल्ली के लोगों ने परियोजना में मदद की है. उन्होंने परियोजना में कार्यरत लोगों को भोजन भी उपलब्ध कराया.’’ अधिकारियों ने बताया कि कुल 6,408 वर्ग मीटर क्षेत्र में लगे सभी 1,500 सौर पैनल केंद्र सरकार के ‘ग्राम ऊर्जा स्वराज’ कार्यक्रम के तहत आधुनिक पंचायत के 340 घरों को स्वच्छ बिजली मुहैया कराएंगे.

प्रधानमंत्री के दौरे से जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती सांबा जिले में पल्ली के निवासी उत्साहित नजर आए. उन्होंने इस दिन को भारत के विकास और बदलाव के आधुनिक इतिहास में ‘‘बहुत महत्वपूर्ण दिन’’ बताया. पल्ली के निवासी गुरदीप ंिसह ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए बहुत खुशी का तथा महत्वपूर्ण दिन है. मोदी जी के आशीर्वाद से यह गांव पहले कार्बन न्यूट्रल सौर गांव के तौर पर भारत के इतिहास में दर्ज हो गया है. हम इस गांव को चुनने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं.’’

जर्जर सड़कों से लेकर हाल में शुरू की गई विद्युत चालित बस सेवा तक इस गांव में आधुनिक पंचायत घर, सरकारी हाई स्कूल की इमारत के पुनरुद्धार, नया तालाब बनाने और खेल के मैदानों में सुधार के साथ बड़ा बदलाव देखा जा रहा है. यह गांव जम्मू कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू से महज 17 किलोमीटर दूर स्थित है.

पल्ली के सरपंच रवींद्र शर्मा ने प्रधानमंत्री के साथ बातचीत की. उन्होंने मोदी को बताया कि गांव में एलईडी बल्ब, सोलर कुकर और सोलर चूल्हे हैं. जब प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या गांव में खेतों की ंिसचाई के लिए सौर पंप हैं तो शर्मा ने बताया कि ऐसे 10 पंप लगाए गए हैं तथा अगले चरण में 40 पंप और लगाए जाएंगे.

प्रधानमंत्री ने ग्रामीणों से अपने गांव की वर्षगांठ मनाने और इसके लिए एक तारीख निर्धारित करने को कहा. शर्मा ने कहा कि पल्ली का स्थापना दिवस 24 अप्रैल है और वे इस दिन गांव की वर्षगांठ मनाएंगे. प्रधानमंत्री ने गांव के लोगों को जैविक खेती अपनाने का सुझाव भी दिया. अधिकारियों ने बताया कि सौर परियोजना रिकॉर्ड वक्त में 2.75 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की गई है. उन्होंने कहा कि इस संयंत्र में उत्पन्न बिजली को गांव में वितरित किया जाएगा तथा इस गांव की बिजली की दैनिक आवश्यकता 2,000 यूनिट की है.

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