आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम बने पवन कल्याण…

विजयवाड़ा: तेलुगु देशम पार्टी (TDP) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू बुधवार को चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उन्होंने विजयवाड़ा के बाहरी इलाके केसरपल्ली में गन्नावरम हवाई अड्डे के सामने मेधा आईटी पार्क के पास शपथ ली। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की।

पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रामदास अठावले, अनुप्रिया पटेल, चिराग पासवान, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी शामिल हुए।

पवन कल्याण बने डिप्टी सीएम
पीठापुरम विधानसभा क्षेत्र से जीतने वाले पवन कल्याण को चंद्रबाबू कैबिनेट की सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया है। पवन कल्याण ने अपने बड़े भाई चिरंजीवी के साथ मिलकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। चिरंजीवी ने 2008 में प्रजा राज्यम पार्टी की स्थापना की थी। हालांकि, अपने भाई द्वारा प्रजा राज्यम पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के बाद वह राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं रहे। बाद में पवन कल्याण ने 2014 में जनसेना पार्टी की स्थापना की।

सीएम और डिप्टी सीएम के अलावा टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव और चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने भी आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है।

शपथग्रहण के गवाह बने रजनीकांत
साउथ सिनेमा के सुपरस्टार रजनीकांत और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित एक्टर चिरंजीवी केसरपल्ली के आईटी पार्क में स्थित गन्नावरम मंडल पहुंचे।

मुख्यमंत्री बनते ही तिरुमला जायेंगे नायडू
चंद्रबाबू नायडू शपथ लेने के बाद गुरुवार को तिरुमला जायेंगे और वहां भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। मंदिर प्रबंधन सूत्रों के अनुसार नायडू शपथग्रहण के बाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ आज शाम तिरुमला पहुंचेंगे। वहां रात्रि विश्राम के वह सुबह सबसे पहले भू-वराह स्वामी मंदिर जायेंगे और उसके बाद भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। यहां से वह रेनीगुंटा हवाई अड्डे से विजयवाड़ा के लिए रवाना होंगे।

नायडू को मंगलवार को सर्वसम्मति से राजग विधायक दल का नेता चुना गया। वह पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने 2004 तक लगातार नौ वर्षों तक अविभाजित आंध्र प्रदेश का नेतृत्व संभाला। इसके बाद वह 2014 में नये विभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता में लौटे और 2019 तक इस पर रहे।

आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 175 है। इसके हिसाब से मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 26 मंत्री हो सकते हैं। आंध्र प्रदेश में एनडीए में टीडीपी, भाजपा और जनसेना शामिल है। इस चुनाव में एनडीए ने 164 सीटों पर जीत हासिल की है।

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