झारखंड में भीड़ के हाथों मारे गए दो माओवादियों के शवों की तलाश में जुटी पुलिस

चाईबासा. झारखंड पुलिस ने पश्चिमी सिंहभूम जिले में दो माओवादियों की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की सूचना मिलने के बाद जंगल में शवों की तलाश शुरू की है. एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि घटना शुक्रवार को गुदरी प्रखंड में हुई.
कोल्हान रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मनोज रतन चोथे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हमें सूचना मिली है कि शुक्रवार को ग्रामीणों ने प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के दो सदस्यों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. लेकिन, उनके शव अब तक बरामद नहीं हुए हैं. शवों की तलाश में पुलिस के दल जुटे हैं, लेकिन सघन जंगल के कारण उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.” उन्होंने कहा कि शुरू में उन्हें सूचना मिली थी कि पीएलएफआई के एरिया कमांडर मोटा टाइगर की शुक्रवार को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी.
उन्होंने बताया कि बाद में पता चला कि गोमिया नामक पीएलएफआई के एक अन्य सदस्य की भी उसी दिन झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदरी प्रखंड में कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. उन्होंने कहा, ”शव बरामद होने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने जैसी आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी.” झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने रविवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले का दौरा किया और जिले में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे माओवाद विरोधी अभियान की समीक्षा की.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”हमारे राज्य में माओवादी समस्या का करीब 95 प्रतिशत उन्मूलन हो चुका है. पश्चिमी सिंहभूम जिले में केवल चार-पांच प्रतिशत समस्या बची है, जिसे जल्द समाप्त कर दिया जाएगा. हमारा प्रयास है कि झारखंड को जल्द से जल्द माओवादियों से मुक्त किया जाए.”