हजारों बूथ पर मतदान में धांधली हुई, सबूत के साथ अदालत का रुख करेंगे: शुभेंदु अधिकारी

कोलकाता. पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के तहत लगभग 700 बूथ पर सोमवार को पुनर्मतदान जारी रहने के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) पर उन “हजारों बूथ” को महत्व नहीं देने का आरोप लगाया, जहां दोबारा मतदान कराया जाना चाहिए था.

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वह शनिवार को मतदान के दौरान हजारों बूथों पर कथित कदाचार के सबूत इकट्ठा कर रहे हैं और इनके साथ कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख करेंगे. अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “हमने पुनर्मतदान की सिफारिश करते हुए एसईसी को 6,000 बूथ की एक सूची सौंपी थी. दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर 18,000 बूथ पर गलत मतदान हुआ था. हम और सबूत इकट्ठा कर रहे हैं… वीडियो फुटेज और सब कुछ.” पश्चिम बंगाल एसईसी ने घोषणा की थी कि राज्य भर के 696 बूथ पर पुनर्मतदान होगा, जहां मतों से छेड़छाड़ और हिंसा की रिपोर्ट के बाद मतदान रद्द घोषित कर दिया गया था.

अधिकारी ने कहा, ”हमारी सूची को एसईसी राजीव सिन्हा ने नजरअंदाज कर दिया और हमें हैरानी नहीं हैं. एसईसी द्वारा कल रात घोषित बूथ की सूची टीएमसी द्वारा प्रस्तुत की गई थी.” नंदीग्राम विधायक ने दावा किया कि भाजपा कदाचार के जो सबूत इकट्ठा कर रही है, उससे हिंसा में टीएमसी की संलिप्तता साबित होगी.

उन्होंने कहा, ”पर्याप्त वीडियो फुटेज के साथ एक विस्तृत साक्ष्य मंगलवार को मतगणना के दिन कलकत्ता उच्च न्यायालय को प्रस्तुत किया जाएगा.” भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जिन बूथ पर बड़े पैमाने पर धांधली हुई, वहां सीसीटीवी कैमरों की दिशा बदल दी गई. एक सवाल के जवाब में अधिकारी ने कहा, “राज्यपाल ने राजभवन में एक शांति कक्ष खोला. लेकिन मुझे वांछित परिणाम नहीं मिला. लोग इस तरह के कदमों से परिणाम चाहते हैं.” राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने “बंगाल में चुनाव पूर्व आपराधिक धमकी पर नागरिकों से प्राप्त कई अभ्यावेदनों को ध्यान में रखते हुए” 18 जून को राजभवन में ‘शांति कक्ष’ खोला था.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button