राष्ट्रपति मुर्मू ने अग्नि-5 के सफल परीक्षण को बहुत बड़ी उपलब्धि करार दिया

नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को ‘मिशन दिव्यास्त्र’ के तहत स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी. मुर्मू ने अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण को भू-रणनीतिक भूमिका और क्षमताओं की दिशा में भारत की एक ‘बहुत बड़ी उपलब्धि’ करार दिया.

मुर्मू ने ‘एक्स’ पर अपने बधाई संदेश में कहा, ”भारत में विकसित अत्याधुनिक तकनीक की यह कला देश के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक मजबूत कदम है.” उन्होंने कहा, ”मिशन दिव्यास्त्र के तहत अग्नि-5 का सफल परीक्षण भू-रणनीतिक भूमिका और क्षमताओं की दिशा में भारत की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. मैं इस बड़ी उपलब्धि के लिए डीआरडीओ की टीम को हार्दिक बधाई देती हूं. मुझे यकीन है कि वे उत्कृष्टता और आत्मनिर्भरता की खोज में तेजी से आगे बढ.ते रहेंगे.” अग्नि-5, हथियार प्रणाली स्वदेशी एवियोनिक्स सिस्टम और उच्च सटीकता वाले सेंसर पैकेज से लैस है.

मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी के तहत किसी मिसाइल में एक ही बार में कई परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता होती है और इन हथियारों से अलग-अलग लक्ष्यों को भेदा जा सकता है. अग्नि-5 की मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर है और इसे देश की दीर्घकालिक सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए विकसित किया गया है. यह मिसाइल चीन के उत्तरी हिस्से के साथ-साथ यूरोप के कुछ क्षेत्रों सहित लगभग पूरे एशिया को अपनी मारक सीमा के तहत ला सकती है. अग्नि 1 से 4 मिसाइलों की रेंज 700 किमी से 3,500 किमी तक है और पहले ही तैनात की जा चुकी हैं.

Related Articles

Back to top button