प्रधानमंत्री मोदी ने मप्र में बायो-सीएनजी संयंत्र वाली गौशाला का उद्घाटन किया
भोपाल. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को स्वच्छता दिवस के अवसर पर ग्वालियर में बायो-सीएनजी संयंत्र वाली ‘लाल टिपारा गौशाला’ का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया. इसके साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश में 685 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं को आरंभ किया.
यह कार्यक्रम देशभर में संपीड़ित बायो-गैस (सीबीजी) के कई संयंत्रों के लिए नींव रखने के समारोह का हिस्सा था, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ने नयी दिल्ली से डिजिटल माध्यम से की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छ भारत दिवस के मौके पर एक सतत और पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा परिदृश्य को बढ़ावा देना है. स्वच्छता दिवस हर साल गांधी जयंती (दो अक्टूबर) के अवसर पर मनाया जाता है.
एक अधिकारी ने कहा कि बायो-सीएनजी संयंत्र वाली ‘गौशाला’ 100 टन गाय के गोबर का उपयोग करके प्रतिदिन तीन टन प्राकृतिक गैस का उत्पादन कर सकती है. यह इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के सहयोग से स्थापित की गई है. उन्होंने कहा कि यह भारत की पहली आधुनिक और आत्मनिर्भर गौशाला है. अधिकारी ने कहा कि यह संयंत्र 20 टन उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद का भी उत्पादन करेगा. आईओसी संयंत्र के संचालन और रखरखाव में सहायता करेगा.
अधिकारी ने बताया कि गौशाला का निर्माण आईओसी के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष से 32 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है तथा इसके विस्तार के लिए एक हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि आरक्षित की गई है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ और ‘अमृत योजना’ के तहत मध्य प्रदेश में 685 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया. इनमें सागर नगरीय निकाय की 299.20 करोड़ रुपये की सीवरेज योजना, सिवनी-मालवा नगरीय निकाय की 61.17 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना और छिंदवाड़ा नगरीय निकाय की 75.34 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना शामिल है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भोपाल से कार्यक्रम में शामिल हुए. अधिकारी ने बताया कि यादव ने प्रदेश के 19 नगरीय निकायों में सीवरेज और जलापूर्ति परियोजनाओं का डिजिटल माध्यम से भूमिपूजन भी किया.