नीट-यूजी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन…
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कोलकाता: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्रातक (नीट-यूजी) 2024 में कथित अनियमितताओं और राजकीय कॉलेजों में दाखिला शुरू होने में देरी का आरोप लगाते हुए ‘आॅल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स आॅर्गनाइजेशन’ (एआईडीएसओ) के सदस्यों ने यहां साल्ट लेक इलाके में पश्चिम बंगाल के उच्च शिक्षा विभाग के मुख्यालय के पास विरोध प्रदर्शन किया।
एआईडीएसओ के सदस्य नारे लगाते हुए विकास भवन की ओर बढ़ रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। बाद में प्रदर्शनकारियों को पुलिस वाहनों में वहां से ले जाया गया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने दावा किया कि नीट-यूजी विवाद के कारण कई आकांक्षी डॉक्टरों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही, छात्रों में निराशा बढ़ रही है क्योंकि उच्चतर माध्यमिक परिणाम घोषित होने के एक महीने बाद भी, सरकारी कॉलेजों में दाखिला शुरू नहीं हुआ है, जबकि निजी कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।’’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट-यूजी के पेपर लीक होने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसका कोई सबूत नहीं है। केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि मेडिकल शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 1,563 नीट-यूजी उम्मीदवारों को कृपांक दिए जाने का फैसला रद्द कर दिया गया है और उन्हें 23 जून को फिर से परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।