राजनाथ को मंगोल नस्ल का घोड़ा ‘‘सांकेतिक उपहार’’ में मिला, मंगोलिया में ही रहेगा

नयी दिल्ली/उलानबटोर. मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागीन खुरेलसुख ने बुधवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को मंगोल नस्ल का युवा घोड़ा बतौर उपहार दिया. हालांकि, यह घोड़ा ‘‘सांकेतिक उपहार’’ होने के नाते मंगोलिया में ही रहेगा. आधिकारिक सूत्र ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि परंपरा के मुताबिक सात साल के इस घोड़े को ‘तेजस’ नाम दिया गया है.

सिंह, पहले भारतीय रक्षा मंत्री हैं जो मंगोलिया की आधिकारिक यात्रा पर गए हैं और खुरेलसुख द्वारा यह शानदार घोड़ा उपहार में दिया गया है. करीब सात साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगोलिया यात्रा पर भी वहां के नेतृत्व ने इसी तरह का उपहार दिया था.
रक्षामंत्री ने ट्विटर पर उपहार में मिले इस घोड़े की तस्वीर साझा की. एक तस्वीर में वह घोड़े का सिर सहलाते नजर आ रहे हैं जबकि दूसरी तस्वीर में वह उपहार के साथ उक्त घोड़े की तस्वीर के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. आधिकारिक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,

‘‘घोड़े की उम्र सात साल है और यह मंगोल नस्ल का है.’’ सूत्र से जब पूछा गया कि क्या इस घोड़े को भारत लाया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, घोड़े को भारत नहीं लाया जाएगा. यह सांकेतिक उपहार है. घोड़ा मंगोलिया में ही रहेगा. इससे पहले दिन में सिंह ने ट्वीट किया था , ‘‘ मंगोलिया में हमारे खास मित्रों से विशेष उपहार मिला है. मैंने इस शानदार और खुबसूरत घोड़े को ‘तेजस’ नाम दिया है. धन्यवाद राष्ट्रपति खुरेलसुख, धन्यवाद मंगोलिया.’’

मंगोलिया के राष्ट्रपति ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घोड़ा उपहार में दिया

मंगोलिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को देश के राष्ट्रपति उखनागिन खुरेलसुख ने बुधवार को एक राजसी घोड़ा उपहार स्वरूप दिया. सात वर्ष पूर्व मंगोलिया की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी ऐसा ही तोहफा मिला था.

सिंह ने सफेद घोड़े की तस्वीर के साथ बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘मंगोलिया में मेरे खास दोस्तों की ओर से दिया गया विशेष उपहार. मैंने इस सुंदर घोड़े का नाम ‘तेजस’ रखा है. राष्ट्रपति खुरेलसुख को धन्यवाद. मंगोलिया को धन्यवाद.’’ सिंह ने मंगलवार को मंगोलिया के राष्ट्रपति उखनागिन खुरेलसुख से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की थी.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उलानबटोर में मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख से अच्छी मुलाकात हुई. मैं उनसे पिछली बार 2018 में मिला था, जब वह देश के प्रधानमंत्री थे. हम मंगोलिया के साथ बहुआयामी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी 2015 में मंगोलिया की यात्रा पर आए थे तब उनके समकक्ष सी. साईखानबिलेग ने उन्हें एक भूरा घोड़ा भेंट किया था.
मंगोलिया की समाचार एजेंसी ‘मोंटसेम’ की खबर के अनुसार खुरेलसुख ने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रूप देने की पूरी संभावना है.

अमेरिकन म्यूजियम आॅफ नेचुरल हिस्ट्री (एएमएनएच) के अनुसार मंगोलिया को घोड़ों की भूमि के रूप में जाना जाता है. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह आज मंगोलिया के गंडन मठ भी गये और उन्होंने देश के सर्वोच्च बौद्ध भिक्षु से बातचीत की.’’ रक्षा मंत्री सिंह मंगोलिया और जापान के साथ भारत के रणनीतिक और रक्षा संबंधों का विस्तार करने के उद्देश्य से सोमवार से इन दोनों देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. सिंह की पांच से सात सितंबर तक मंगोलिया की यात्रा किसी भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा पूर्वी एशियाई देश की पहली यात्रा है.

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