राजनाथ सिंह ने आईएनएस बाज का किया दौरा
पोर्ट ब्लेयर. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ग्रेट निकोबार द्वीप की कैंपबेल खाड़ी में भारतीय नौसैना वायु स्टेशन आईएनएस बाज का दौरा किया. रक्षा सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी. आईएनएस बाज भारतीय सशस्त्र बलों की अंडमान एवं निकोबार कमान की संयुक्त सेवाओं के अंतर्गत तैनात है.
सूत्रों ने बताया कि सिंह ने वहां सैनिकों के साथ बातचीत भी की तथा उनके साथ अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह एवीएसएम भी थे. सिंह की यह यात्रा और सैनिकों के साथ उनका संवाद हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे के आलोक में अहम हो जाता है.
सूत्रों के अनुसार आईएनएस बाज मलक्का जलडमरूमध्य की निगरानी करता है तथा यह जलडमरूमध्य एक ऐसा समुद्री मार्ग है जहां से ज्यादातर चीनी आयात गुजरता है. उनका कहना है कि यह आर्थिक एवं रणनीतिक दृष्टि से दुनिया के अहम नौवहन मार्गों में एक है.
आईएनएस बाज भारतीय नौसेना की वायु शाखा का सभी सुविधाओं से लैस अग्रिम परिचालन आधार है. यह ग्रेट निकोबार एवं इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के बीच सिक्स डिग्री चैनल की भी निगरानी करता है.
कैंपबेल खाड़ी मलक्का जलडमरूमध्य के लिए एक प्रकार से देश की निगाह है जो हिंद और प्रशांत महासागरों के बीच सबसे छोटा नौवहन मार्ग है तथा चीन, जापान और मध्य एवं पूर्व तथा दक्षिण कोरिया जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ती है. सूत्रों का कहना है कि सिंह को अंडमान एवं निकोबार के दक्षिणी द्वीप समूहों के बारे में बताया गया तथा बाद में वह देश के सुदूरतम दक्षिणी छोर इंदिरा प्वाइंट पर गये. उनके अनुसार आईएनएस बाज का दौरा करने के बाद वह कार निकोबार में वायुसेना स्टेशन भी गये.
रक्षामंत्री अंडमान निकोबार कमान की संचालन तैयारी की समीक्षा करने के लिए बृहस्पतिवार को पोर्ट ब्लेयर पहुंचे थे. रक्षा अधिकारियों एवं जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने चीन के साथ सीमा गतिरोध का विषय उठाया तथा लद्दाख के गलवान से अरुणाचल प्रदेश के यांगत्से तक तैनात भारतीय सैनिकों की बहादुरी की तारीफ की. अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान सिंह ने संपूर्ण स्थिति एवं सैन्य निगरानी का जायजा लेने के लिए अंडमान निकोबार कमान के 16 वें कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह के साथ उच्चस्तरीय बैठक की.