अर्थव्यवस्था में तेजी से दिसंबर में पेट्रोल-डीजल की बिक्री बढ़ी

नयी दिल्ली. कृषि क्षेत्र में खपत बढ़ने से देश में पेट्रोल और डीजल की मांग दिसंबर में सालाना आधार पर बढ़ी है. प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने पेट्रोल की बिक्री 8.6 प्रतिशत बढ़कर 27.6 लाख टन हो गई जबकि पिछले साल इसी महीने में 25.4 लाख टन खपत हुई थी.

कोविड-19 महामारी से प्रभावित दिसंबर 2020 की तुलना में बिक्री 13.3 प्रतिशत और महामारी पूर्व यानी दिसंबर 2019 की तुलना में 23.2 प्रतिशत अधिक रही. वहीं, मासिक आधार पर बिक्री 3.7 प्रतिशत बढ़ी है. आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ईंधन डीजल की बिक्री पिछले महीने 13 प्रतिशत बढ़कर 73 लाख टन हो गई. दिसंबर 2020 की तुलना में डीजल की खपत 14.8 प्रतिशत और कोविड-पूर्व यानी 2019 की तुलना में 11.3 प्रतिशत अधिक थी.

हालांकि नवंबर 2022 की तुलना में डीजल की बिक्री में 0.5 फीसदी की मामूली गिरावट आई है. जबकि पेट्रोल और डीजल की बिक्री जून के बाद से इस महीने सर्वाधिक रही है. उद्योग सूत्रों ने कहा कि कृषि क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ने से डीजल की मांग तेजी से बढ़ रही है. रबी फसल की बुवाई के साथ आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई और मांग में वृद्धि हुई. वाहन ईंधन की बिक्री जुलाई और अगस्त में मानसून रहने और कम मांग के कारण घटी थी.

विमानन क्षेत्र के खुलने के साथ हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या कोविड-पूर्व के स्तर पर पहुंच गई. इससे विमानन ईंधन (एटीएफ) की मांग दिसंबर के दौरान 18 प्रतिशत बढ़कर 606,000 टन हो गई. यह दिसंबर, 2020 की तुलना में 50.6 प्रतिशत अधिक है, लेकिन कोविड-पूर्व यानी दिसंबर, 2019 की तुलना में 12.1 प्रतिशत कम है.

सूत्रों ने कहा कि घरेलू हवाई यात्रा कोविड-पूर्व स्तरों पर वापस आ गई है, लेकिन कुछ देशों में अब भी जारी कोविड प्रतिबंधों से अंतरराष्ट्रीय यातायात पर प्रतिकूल असर पड़ा है. आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर में रसोई गैस एलपीजी की बिक्री सालाना आधार पर 7.7 प्रतिशत बढ़कर 27.2 लाख टन रही. एलपीजी की खपत दिसंबर, 2020 की तुलना में 7.7 प्रतिशत और दिसंबर, 2019 की तुलना में 15.9 प्रतिशत अधिक है. मासिक आधार पर एलपीजी की खपत नवंबर के 25.5 लाख टन की तुलना में 6.47 प्रतिशत बढ़ी है.

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