बंगाल के मुख्य सचिव और आंदोलनकारी चिकित्सकों के बीच बैठक समाप्त
कोलकाता. कोलकाता के आरजी कर अस्पताल मुद्दे पर उत्पन्न गतिरोध को हल करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों और आंदोलनकारी चिकित्सकों के बीच बुधवार शाम को राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ में ढाई घंटे तक बातचीत के बाद बैठक समाप्त हुई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यद्यपि बैठक समाप्त हो गई, लेकिन आंदोलनकारी चिकित्सक अभी तक वार्ता के आयोजन स्थल राज्य सचिवालय नबन्ना से बाहर नहीं आए हैं.
बैठक के विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है. प्रदर्शनकारी चिकित्सकों और राज्य सरकार के बीच 48 घंटे के भीतर यह दूसरे दौर की बातचीत थी. पहले दौर की बातचीत सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में हुई थी. करीब 30 चिकित्सकों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम करीब 7:15 बजे मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ बैठक के लिए सचिवालय पहुंचा था. मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ बैठक शाम करीब साढ़े सात बजे शुरू हुई. बैठक की कार्यवाही रिकॉर्ड करने के लिए आंदोलनकारी चिकित्सकों के साथ स्टेनोग्राफर भी पहुंचे थे.
बैठक स्थल के लिए रवाना होने से पहले एक आंदोलनकारी डॉक्टर ने कहा, ”हम चाहते हैं कि अस्पतालों में सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान दिया जाए. मुख्यमंत्री ने कार्य बल के गठन की घोषणा की थी, लेकिन इस पर कोई स्पष्टता नहीं है. हम चाहते हैं कि राज्य सरकार हमारी वैध मांगों को स्वीकार करे.” बंगाल सरकार ने सरकारी आर. जी. कर अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से बलात्कार के बाद उसकी हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सकों को एक और दौर की बातचीत के लिए बुधवार को साढ़े छह बजे बैठक के लिए आमंत्रित किया.