त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी, तीनों पूर्वोत्तर राज्यों में सरकार बनाएगा राजग: CM हिमंत विश्व शर्मा

गुवाहाटी. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि त्रिपुरा, नगालैंड या मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी और साथ ही दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगा. कुछ ‘एक्जिट पोल’ में त्रिपुरा और मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा होने का पूर्वानुमान जताया गया है.

पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के संयोजक शर्मा ने कहा कि बृहस्पतिवार को परिणाम घोषित होने के बाद राजग का कोई भी साथी कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगा. उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कोई त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी. राजग तीनों राज्यों में सरकार बनाएगा.’’ कई ‘एग्जिट पोल’ में त्रिपुरा और मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा का पूर्वानुमान जताया गया है, हालांकि इसके अनुसार राजग सबसे बड़ा समूह होगा. ‘एक्जिट पोल’ में केवल नगालैंड में राजग की पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी का पूर्वानुमान जताया गया है.

तीन राज्यों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और नगालैंड में यथास्थिति रहेगी. शर्मा ने कहा, ‘‘त्रिपुरा में भाजपा का मुख्यमंत्री होगा, जबकि हम नगालैंड में गठबंधन सरकार में हैं.’’ उन्होंने कहा कि मेघालय के लिए मुख्यमंत्री का फैसला भाजपा द्वारा जीती गई सीटों की संख्या पर विचार करने के बाद किया जाएगा.

शर्मा ने कहा, ‘‘हालांकि किसी भी राज्य में टीएमसी या कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा.’’ वर्तमान में, त्रिपुरा में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं, जबकि नगालैंड और मेघालय में सरकारें क्रमश: नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व में हैं. त्रिपुरा में 16 फरवरी को और नगालैंड तथा मेघालय में 27 फरवरी को चुनाव हुए थे. परिणाम 2 मार्च को घोषित होंगे.

मेघालय में एनपीपी-भाजपा सरकार बने, तो भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं: भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव और पार्टी के पूर्वोत्तर मामलों के सह-प्रभारी ऋतुराज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के साथ सरकार बनाने को लेकर अंतिम फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा.

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मेघालय में सरकार बनाने में भाजपा की प्रमुख भूमिका होगी. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि एनपीपी के साथ मिलकर वहां यदि गठबंधन सरकार बनती है, तो भाजपा उस सरकार का हिस्सा होते हुए भी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने संकल्प को कार्यान्वित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. उन्होंने दावा किया कि त्रिपुरा और नगालैंड में पार्टी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाएगी और मेघालय में वह सीट की संख्या और मत प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि करेगी.

ज्ञात हो कि तीनों राज्यों में सोमवार को मतदान संपन्न हो गए. इसके बाद आए चुनाव सर्वेक्षणों में अधिकांश ने त्रिपुरा में भाजपा और इंडिजीनस पीपल्स फ्रंट आॅफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) और नगालैंड में भाजपा और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान जताया है, जबकि मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा होने को दावा किया गया है.
इन सर्वेक्षणों में मेघालय में एनपीपी को सबसे अधिक सीट मिलने का अनुमान जताया गया है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में भाजपा और एनपीपी मिलकर एक बार फिर गठबंधन सरकार बना सकती हैं.

एनपीपी के साथ मिलकर सरकार चलाने के बाद भाजपा ने इस चुनाव से ठीक पहले भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उससे गठबंधन तोड़ दिया था और फिर वह अपने दम पर मैदान में उतरी. सिन्हा ने कहा कि मेघालय में पिछले पांच चुनावों में कभी भी किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और वहां गठबंधन सरकारें ही बनती रही हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस बार भी त्रिशंकु विधानसभा ही बनने वाली है. इसमें कहीं ना कहीं भाजपा 2018 के मुकाबले बड़ी ताकत के रूप में उभरेगी और सरकार गठन में हमारी प्रमुख भूमिका रहेगी.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा फिर से एनपीपी के साथ सरकार बनाएगी, उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लेगा.

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