केन्द्रीय मंत्रियों, भाजपा नेताओं ने मन की बात की 100वीं कड़ी को ‘ऐतिहासिक’ और प्रेरक बताया

‘मन की बात’ कार्यक्रम जनता और सरकार के बीच सेतु का काम करता है: गृह मंत्री अमित शाह

नयी दिल्ली/चेन्नई/कोलकाता/भोपाल/जयपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ की ‘ऐतिहासिक’ 100वीं कड़ी को सुनने के लिए केंद्रीय मंत्रियों सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रविवार को देश और विदेश के विभिन्न स्थानों पर पहुंचे और आकाशवाणी के इस मासिक रेडियो कार्यक्रम को जनता से जुड़ने की प्रधानमंत्री की एक ‘प्रेरणादायक’ पहल बताया.

पार्टी ने कहा था कि प्रधानमंत्री के प्रसारण को सुनने के लिए देश व दुनिया भर में करीब चार लाख स्थानों पर व्यवस्था की गई थी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई में भाजपा सदस्यों और अन्य लोगों के साथ कार्यक्रम सुनने के बाद कहा कि ‘मन की बात’ के माध्यम से मोदी ‘ऐसे संदेश देते हैं जो देश के कोने-कोने में जाते हैं’ और इससे लोगों और सरकार के बीच सेतु का निर्माण होता है.
उन्होंने कहा कि मासिक रेडियो कार्यक्रम ने रविवार को अपनी 100वीं कड़ी पूरी कर ली है और इसने प्रभावशाली नेतृत्व के कई शानदार उदाहरण पेश किए हैं.

शाह ने ट्वीट किया, ‘मन की बात’ सिर्फ एक रेडियो कार्यक्रम नहीं है, बल्कि ‘बेहतरी के लिए सामाजिक बदलाव’ का एक आंदोलन भी है.
उन्होंने कहा, ”प्रधानमत्री की ओर से सफल लोगों के लिए कहे गए शब्दों ने युवा पीढ़ी को देश का भाग्य तय करने और सभी के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया है.” विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका में न्यू जर्सी के समरसेट में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ एक विशेष कार्यक्रम में मासिक रेडियो कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को सुनने के लिए शामिल हुए.

उन्होंने कहा, “मन की बात बदलते भारत- नए भारत की कहानी है और यह भारत और दुनिया के बीच एक संबंध है.” उन्होंने कहा, “कई मायनों में मन की बात की कहानी पिछले नौ साल की कहानी है, बदलते भारत की कहानी है. यह एक ‘न्यू इंडिया’ का उदय है, यह एक अधिक जागरूक भारत है, कई मायनों में, मैं कहूंगा कि एक अधिक महत्वाकांक्षी भारत जो दुनिया से जुड़ रहा है.” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां भाजपा मुख्यालय में ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी को सुना और इसे ‘ऐतिहासिक’ करार दिया.

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम आपसी विश्वास और विकास को मजबूत करने के साथ-साथ रेडियो के माध्यम से लोगों को जोड़ता है.
सिंह ने ट्वीट किया, “आज केंद्रीय कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की ऐतिहासिक 100वीं कड़ी सुनी.” बाद में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि जहां तक जनता से संवाद का सवाल है तो ‘मन की बात’ दुनिया में ‘अद्वितीय’ है. रक्षा मंत्री ने कहा कि ‘मन की बात’ वास्तव में मोदी की “आध्यात्मिक यात्रा” रही है.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने ट्वीट किया, ”कर्नाटक के होन्नाली में प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी सुनी. उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ ने राष्ट्र के कल्याण के लिए प्रेरणादायक समाधानों के साथ सामने आए लोगों की कहानियों को लोकप्रिय बनाकर समाज में एक परिवर्तनकारी बदलाव का नेतृत्व किया है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को ‘ऐतिहासिक’ बताया और कहा कि अतीत की तरह यह प्रकरण ‘विशेष और प्रेरणादायक’ है. नागपुर में ‘मन की बात’ सुनने के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री ने अपने रेडियो प्रसारण में जो भी विषय उठाया, वह ‘एक जन आंदोलन’ बन गया.

केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री ने ंिहदी में एक ट्वीट में कहा, “आज नागपुर में विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों और नागरिकों के साथ इस ऐतिहासिक 100 वें संस्करण को सुना.” गडकरी ने कहा कि कार्यक्रम की यात्रा अक्टूबर 2014 में विजयदशमी के शुभ अवसर पर शुरू हुई थी. उन्होंने कहा, “तब से, हर एपिसोड अपने आप में खास रहा है. ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशभर से सभी उम्र के लोग शामिल हुए.”

गडकरी ने कहा, ‘‘इसके माध्यम से प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत आंदोलन, खादी के प्रति प्रेम, प्रकृति की बात, आजादी का अमृत महोत्सव और अमृत सरोवर जैसे कई विषयों पर लोगों के साथ अपने विचार साझा किए हैं. मणिपुर में अन्य लोगों के साथ ‘मन की बात’ सुनने वाले केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि रेडियो कार्यक्रम को सुनने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह है. उन्होंने ट्वीट किया, ”आज मणिपुर में लोकटक झील से प्रधानमंत्री को सुना. कार्यक्रम को सुनने के लिए जनता में जबरदस्त उत्साह था.”

पंजाब में मौजूद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ”आज दुनिया प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ की ऐतिहासिक 100वीं कड़ी की गवाह बनी, एक ऐसा कार्यक्रम जो पूरी तरह से गैर-राजनीतिक है, पूरी तरह से लोगों को सर्मिपत है, पूरी तरह से सामाजिक कल्याण और उत्थान के लिए सर्मिपत है.” चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक में मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोप्पल जिले में रेडियो प्रसारण सुना, जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने क्रमश: प्रयागराज और श्रावस्ती में “मन की बात” कार्यक्रम को सुना.

राजनीति कभी प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ का हिस्सा नहीं रही : तमिलनाडु के राज्यपाल

तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में अनूठी बात यह है कि उसमें राजनीति का कोई जिक्र नहीं होता है और यह अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर करने वाले आम लोगों से जुड़ा हुआ है.’’ ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी के प्रसारण के अवसर पर रवि ने कहा कि प्रधानमंत्री के संबोधन में सबसे ज्यादा जिक्र तमिलनाडु का हुआ है.
रेडियो कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के प्रसारण के अवसर पर यहां राजभवन में रवि ने कहा कि राजभवन के लिए यह ‘ऐतिहासिक’ क्षण है जब दूसरों के प्रेरणा देने वाले इतने सारे लोग एकत्र हैं.

राज्यपाल ने कहा, ‘‘राजभवन के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है. इस दरबार हॉल में कई कार्यक्रम हुए हैं, कई अतिथितयों को सम्मानित किया गया है, लेकिन आज का दिन खास है क्योंकि आप सभी हमारे साथ हैं और आपलोग इस देश को बदलने के लिए अपने-अपने तरीके से क्रांति ला रहे हैं.’’ रवि ने कहा, ‘‘मन की बात के बारे में सबसे अनूठी चीज है कि इसमें कहीं राजनीति नहीं है. सामान्य तौर पर आज राजनीति इतनी प्रबल हो गई है कि जब भी हम किसी राजनेता के बारे में सोचते हैं, तो वे हमेशा राजनीति की बातें करते हैं. लेकिन इन 100 कड़ियों में उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) कभी राजनीति का जिक्र नहीं किया.’’

उन्होंने कहा कि राजनीति पर ध्यान देने की जगह मोदी लोगों से जुड़े और ऐसे लोगों के बारे में बात करना शुरू किया जो निस्वार्थ भाव से अपने-अपने क्षेत्र में काम कर रहे हैं.

‘मन की बात’ कार्यक्रम कई लोगों के जीवन में परिवर्तन लेकर आया : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से भारत के बहुत से लोगों के जीवन में बदलाव आया है. यहां राजभवन में पद्म पुरस्कार विजेताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों के साथ ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी को सुनने वाले बोस ने कहा कि आम आदमी की विभिन्न समस्याओं के बारे में सोचने वाला ही ऐसा कार्यक्रम कर सकता है.

राज्यपाल ने राजभवन में सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मन की बात’ कई लोगों के जीवन में परिवर्तन लेकर आया है.’’ बोस ने कहा कि रविवार को 100वां संस्करण पूरा करने वाला कार्यक्रम ‘मन की बात’ इतना लोकप्रिय है कि मन को जोड़ने वाले इन्द्रधनुष की तरह यह ‘नरेन्द्रधनुष’ बन गया है.

राज्यपाल ने कहा कि मोदी विशाल देश के दूरदराज के इलाकों में लोगों की छोटी-छोटी समस्याओं का भी ध्यान रखते हैं और उन पर उचित ध्यान देते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश के प्रत्येक नागरिक को बेहतरी के रास्ते पर ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इस (मन की बात) ने अज्ञानता के अंधकार को दूर कर लोगों के जीवन को ज्ञान के प्रकाश से भर दिया है.’’ ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत तीन अक्टूबर, 2014 को विजयादशमी के दिन हुई थी.

प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ ने भारत को कोविड-19 के खिलाफ लड़ने में मदद की : पटेल

मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ ने लोगों को प्रेरित करने, भारत को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ने में सक्षम बनाने और स्वच्छता अभियान को एक सार्वजनिक अभियान बनाने में मदद की.

प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के प्रसारण से पहले भोपाल में स्थित राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों के दिलों में जगह बनाई है. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ के दौरान जो कुछ भी कहते हैं, वह लोगों की ‘दिल की बात’ बन गई है, जिसके परिणामस्वरूप स्वच्छता अभियान को सफलता मिली है.

उन्होंने कहा कि अब लोगों ने स्वच्छता को अपनी आदत के रूप में अपनाया है और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ ने भारत और यहां के लोगों को कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ने में सक्षम बनाया है. उन्होंने कहा कि इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये ‘जनता कर्फ्यू’ और कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान को मोदी के कारण ही सफलता मिली.

‘मन की बात’ लोगों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहा : कलराज मिश्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का रविवार को यहां राजभवन में प्रसारण किया गया. कार्यक्रम में कला, संस्कृति, चिकित्सा, खेल, उद्यम आदि क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों ने हिस्सा लिया. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कार्यक्रम के बाद राजभवन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम एक ऐसी ऐतिहासिक और अनूठी पहल है, जिसमें नागरिकों से प्रधानमंत्री का सीधा संवाद होता है.

उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम लोगों को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहा है और यही इसकी सफलता एवं सार्थकता है. मिश्र ने कहा कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम देश में हो रही प्रगति से तो अवगत कराता ही है, साथ ही उन लोगों के जीवन को भी सामने लाता है, जो समाज के लिए कुछ अनूठा और महत्वपूर्ण कर रहे हैं.

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने देश के हर क्षेत्र, हर वर्ग, हर पर्व, हर उद्यम, हर भाषा, हर परंपरा, हर तरह के खान-पान सहित अनेक विषयों को अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से छुआ है. मिश्र ने कहा, ‘‘मोदी ने इसी कार्यक्रम के माध्यम से देश में स्वच्छता, ‘वोकल फॉर लोकल’, खादी को अपनाने का आ’’ान किया. स्टार्टअप का सशक्त तंत्र विकसित करने के लिए युवाओं को जागरूक करने, योग संस्कृति का प्रसार करने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने में भी इस कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.’’

राज्यपाल ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की पिछली कड़ियों को सौ करोड़ लोगों ने कम से कम एक बार सुना है. करीब 23 करोड़ लोग इसे नियमित रूप से सुनते हैं. मैं खुद भी इस कार्यक्रम को लगातार सुनता हूं.’’

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