हरियाणा में राज्यसभा की दो सीट के लिए मतदान समाप्त, भाजपा की कांग्रेस के दो वोट निरस्त करने की मांग
चंडीगढ़. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कृष्ण लाल पंवार हरियाणा से राज्यसभा में पहुंचने वाले हैं लेकिन राज्य से उच्च सदन की दूसरी सीट कांग्रेस के खाते में जाने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. हरियाणा से राज्यसभा की दो सीट के लिए शुक्रवार को मतदान समाप्त हो गया. सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस विधायकों-किरण चौधरी और बी बी बत्रा के मतपत्रों को निरस्त करने की मांग की है. भाजपा का कहना है कि दोनों कांग्रेस विधायकों ने कथित तौर पर अपने प्राथमिकता मतों को पार्टी एजेंट के अलावा अन्य कई लोगों को दिखाकर गोपनीयता का उल्लंघन किया.
उधर, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू मतदान से दूर रहे. अधिकारियों ने बताया कि राज्य विधानसभा में कुल 90 सीट हैं और 89 विधायकों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को खड़ा किया है जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं.
पंवार और शर्मा ने निर्वाचन आयोग से शिकायत में कहा है कि चौधरी और बत्रा ने मतदान करने के बाद अपने मतपत्रों को अनधिकृत लोगों को दिखाया. सूत्रों ने बताया कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शाम को इस मुद्दे पर दिल्ली में आयोग के अधिकारियों से मिलेगा. इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, गजेंद्र ंिसह शेखावत और जितेंद्र ंिसह शामिल हो सकते हैं.
माकन ने भी दिल्ली में आयोग को पत्र भेजकर भाजपा तथा निर्दलीय उम्मीदवार के आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत बताया है. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी के दोनों विधायकों ने किसी तरह गोपनीयता या निजता का उल्लंघन नहीं किया.
आज सबसे पहले मतदान करने वालों में कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई शामिल रहे जबकि उनकी पार्टी के अधिकतर विधायक बाद में रायपुर से दिल्ली के रास्ते यहां पहुंचे. कांग्रेस ने खरीद-फरोख्त के डर से एक सप्ताह पहले अपने विधायकों को रायपुर भेज दिया था. भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ मुखर रहे निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू मतदान में भाग नहीं लेने के अपने फैसले पर अडिग रहे.
राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ ने कुंडू के घर जाकर उन्हें मनाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. महम से विधायक कुंडू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे पैसों समेत कई तरह की पेशकश की गयी, लेकिन मैंने अपने विवेक से फैसला लिया.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा-जजपा की सरकार में कई घोटाले हुए हैं और वह भाजपा या उसकी किसी सहयोगी पार्टी के समर्थन वाले उम्मीदवार के लिए मतदान नहीं कर सकते. उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उसने बाहरी उम्मीदवार अजय माकन को खड़ा कर लोगों का ‘‘अपमान’’ किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘इन सब कारणों से मैंने मतदान से दूर रहने और वोट न डालने का फैसला किया है.’’ हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक रघुवीर ंिसह कादियान ने कहा कि कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार की जीत के लिए आवश्यक संख्या है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उम्मीदवार को कांग्रेस के 31 वोट मिलेंगे. इसके अलावा उन्हें दो-तीन वोट और भी मिलेंगे.’’ भाजपा, जजपा और कुछ निर्दलीय नेताओं ने दावा किया कि भाजपा उम्मीदवार पंवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा जीत जाएंगे.
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के पास जीत के लिए आवश्यक 31 प्रथम वरीयता मतों से नौ अधिक मत हैं, जबकि मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा के निर्दलीय खड़े होने से दूसरी सीट के लिए मुकाबला दिलचस्प हो गया है. उन्हें भाजपा-जजपा गठबंधन, निर्दलीयों और हरियाणा लोकहित पार्टी के इकलौते विधायक गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है. कांग्रेस के राज्य विधानसभा में 31 सदस्य हैं, जो एक सीट के लिए उसके उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त हैं, लेकिन ‘क्रॉस-वोंिटग’ होने पर उसकी संभावनाएं कम हो सकती हैं.